बिजयनगर। विभिन्न मांगों को लेकर प्रदेशभर में जारी डॉक्टरों की हड़ताल से बिजयनगर कस्बा भी खासा प्रभावित हुआ है। यहां के राजकीय चिकित्सालय में चिकित्सकीय व्यवस्थाऐं चरमरा गई है तथा मरीजों का ईलाज राम भरोसे चल रहा है इससे मरीजों के जीवन पर संकट छा गया है।
हड़ताल के मद्देनजर चिकित्सा महकमे ने राजकीय चिकित्सालय में आने वाले मरीजों की आउटडोर जांच के लिए तीन आयुर्वेदिक चिकित्सक और चार ऐलोपैथिक चिकित्सकों की व्यवस्था की है वही कोढ़ में खाज यह रहा कि पिछले 6 नवम्बर से जब से हड़ताल शुरू हुई है तब से लेकर अब तक अस्पताल में मात्र तीन मरीजों को ही भर्ती किया गया है इसके अलावा गम्भीर अवस्था में भर्ती होने योग्य आने वाले मरीजों को निजी चिकित्सालयों में भेजा जा रहा है इससे मरीजों की जेब पर अतिरिक्त भार पड़ गया है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार आउटडोर मरीजों को अस्पताल की आउटडोर पर्ची थमाकर उन्हें चिकित्सकीय परामर्श के लिए पीकेवी और शांति नर्सिंग होम जैसे निजी चिकित्सालयों में भेजा रहा हैं।
- Devendra
- 08/11/2017
- Comments Off on चरमराई चिकित्सा व्यवस्था, मरीज राम भरोसे