
मुंबई। बॉलीवुड की दिग्गज स्टार राखी गुलजार ने 70 के दशक में कभी-कभी , शर्मीली, जीवन मृत्यु, दाग सहित कई फिल्मों में बेहतरीन अभिनय किया। हाल ही में एक बार फिर से बड़े पर्दे पर राखी वापसी कर रही हैं। खबरों के मुताबिक फिल्म का नाम “बांग्ला में मुक्ति” और “हिंदी में निर्वाण” रखा गया है। फिल्म 70 साल की एक ब्राह्मण विधवा की कहानी है जो अपने अधिकारों के लिए लड़ती है और इस दौरान उसे तरह तरह के साम्प्रदायिक और जातिगत बाधाओं से गुज़ारना पड़ता है।
फिल्म मोती नंदी के क्लासिक उपन्यास बिजोलीबालार मुक्ति का स्क्रीन एडाप्टेशन है। बताया जाता है कि राखी ने बांग्ला का हिस्सा शूट कर लिया है और अब हिंदी की डबिंग वो ख़ुद करेंगी। बता दें कि राखी ने साल 2003 में जो आख़िरी फिल्म की थी वो भी बांग्ला ही थी और इसका नाम शुभो मुहूर्त था और उसे रितुपर्णो घोष ने निर्देशित किया था। उसी साल राखी नरेश मल्होत्रा की फिल्म ‘दिल का रिश्ता’ में भी दिखी थीं जिसमें वो ऐश्वर्या राय बच्चन की माँ के रोल में थीं।