
इस भीषण गर्मी में गुलाबपुरा के लोग बूंद-बूंद पानी के लिए मोहताज हैं। हलक तर करने के लिए लोगों को पसीने बहाने पड़ रहे हैं। हालात यह हैं कि शहर की विभिन्न कॉलोनियों में चार से आठ दिन के अंतराल के बाद पेयजल आपूर्ति की जा रही है। जलदाय विभाग के प्रति लोगों की नाराजगी बढ़ती जा रही है।
बिजयनगर। (खारीतट सन्देश) गर्मी के रौद्र रूप धारण करने के साथ ही कस्बे में लोगों को पेयजल के भीषण संकट का सामना करना पड़ रहा है। लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। जलदाय विभाग 96 घंटों से लेकर 150 घंटों के अंतराल में जलापूर्ति कर रहा है। इसके बावजूद पेयजल संकट को लेकर अधिकारी और जनप्रतिनिधि गम्भीर नहीं हैं। इसको लेकर लोगों में भंयकर रोष व्याप्त है।
कस्बे के मुख्य बाजार और कुछ क्षेत्रों को छोड़कर विभिन्न गली-मोहल्लों और कॉलोनियों में इन दिनों लोगों को भयंकर पेयजल समस्या का सामना करना पड़ रहा है। हालात यह हो गए हैं कि पिछले दिनों प्रतापनगर, शास्त्री कॉलोनी व हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी क्षेत्र की महिलाओं ने जलदाय विभाग पर धावा बोलकर महिला जेईएन को बंधक बना लिया था, बाद में पुलिस को दखल देना पड़ा था।
मौके पर जलदाय विभाग के अधिकारियों ने लोगों को शीघ्र ही सामान्य जलापूर्ति करवाने का आश्वासन दिया था। इसके बावजूद पेयजल संकट कम होने के बजाय और बढ़ गया है। इसको लेकर लोग जलदाय विभाग को कोसते नहीं थमते। उधर, जलदाय विभाग के सहायक अभियंता अशोक गुप्ता का तर्क है कि बीसलपुर परियोजना के सरवाड़ स्थित पम्पिंग स्टेशन से पानी कम मिल रहा है।
200 का टैंकर अब 350 रुपए में
हमारे क्षेत्र में पिछले ढाई माह से सात दिनों में सिर्फ एक बार वो भी 15-20 मिनट के लिए पानी आता है। जो पानी सप्लाई होता है वो एकदम मीठा और हमेशा एक सा पानी नहीं आता है कभी बीसलपुर का तो कभी किसी कुएं को आता है। इससे लोगों को पेट सम्बंधी समस्याएं होती हैं। टैंकर से लोगों को पानी मंगवाना पड़ता है। 200 का टैंकर अब साढ़े तीन सौ तक मिल रहा है। इस क्षेत्र के लोगों की सबसे बड़ी समस्या पानी की ही है।
महिपाल जाट, वार्ड 25, बालाजी चौक, जुना गुलाबपुरा
बड़ा जन-आंदोलन करना पड़ेगा
हमने गत बुधवार को जलदाय विभाग के कार्यालय के बाहर आंदोलन कर पेयजल समस्या के निस्तारण के लिए विभाग को चेताया लेकिन उस दिशा में विभाग कुछ करता नजर नहीं आ रहा है। अब उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर जल्द कार्यवाही की मांग करेंगे अन्यथा बड़ा जन आंदोलन करना पड़ेगा।
जबकि पूर्व के वर्षों में जब पेयजल का अंतराल बढ़ता था वैकल्पिक व्यवस्था की जाती थी। लेकिन अब वैसा नहीं है। ऐसे में लोगों का धैर्य जवाब देने लगा है। वहीं, दूसरी ओर जलदाय विभाग के एईएन और जेईएन अपनी हठधर्मिता पर अड़े हुए हैं। जब भी लोग इनसे समय पर जलापूर्ति देने की गुहार लगाता है तो उसे कुछ न कुछ बहाना बनाकर टाल दिया जाता है।
पालिका प्रशासन द्वारा चार माह का बिल भरा जा रहा है तो विभाग को चाहिए कि टैंकरों की व्यवस्था करके एक नई पहल शुरू करें। पटरी के इस पार कुल 5-7 वार्ड है जबकि सार्वजनिक नल सिर्फ एक है, वो भी टंकी भरी होने की स्थिति में टपकता है, वरना नहीं। इन सात वार्डों में गरीब और नौकरीपेशा वाले लोग रहते हैं। इसलिए विभाग को चाहिए कि पूरे शहर में समान रूप से और समय पर पानी की सप्लाई करनी चाहिए।
राजवीरसिंह शेखावत, पूर्व पार्षद वार्ड 14-15, गुलाबपुरा
टैंकर से होता है गुजारा
हमारे वार्ड में पानी 7 से 8 दिनों में एक बार आता है वो भी कोई टाइम फिक्स नहीं है। पानी भी सिर्फ 20 मिनट के लिए ही आता है जिससे पीने का पानी का इंतजाम बमुश्किल हो पाता है। मजबूरन छोटे पानी को टैंकर खाली करवाना पड़ता है जो कि महीने में 10 बार टैंकर आता है। वार्डवासी इस समस्या से परेशान होकर 5-7 दिन पहले पार्षद शास्त्री के घर जाकर मिले और पानी सप्लाई को लेकर ठोस प्रयास की मांग की।
जसराज प्रजापत, वार्ड 21, दोवनिया बालाजी रोड़, गुलाबपुरा
क्षेत्र में 8 दिनों के अंतराल से पानी आ रहा है, वो भी मात्र 20 मिनट के लिए। इस परेशानी से हाउसिंग बोर्ड के लोग दो माह से परेशान हो रहे थे, जलदाय विभाग को गत बुधवार से तीन दिन पूर्व में ही चेतावनी दे दी थी कि स्थिति सम्भालें लेकिन विभाग के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। लोगों को मजबूरीवश गत दिनों आंदोलन करना पड़ा। अधिकारियों का आश्वासन ढाक के तीन पात साबित हुए। लोग पुन: आंदोलन पर कभी भी उतर सकते हैं। मेरा प्रयास यही रहेगा कि चेयरमैन साहब से कहकर इस दिशा में कुछ व्यवस्था करवा सकूं ताकि पेयजल की समस्या से निपटा जा सके।
मणिराजसिंह, पार्षद वार्ड 14, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, गुलाबपुरा
क्षेत्रवासियों को लगभग 150 घंटों के अंतराल में पानी की सप्लाई की जा रही हैं वो भी नाममात्र। क्षेत्र के खराब हैडपम्प और लीकेज पाईप लाईन की समय-समय पर जलदाय विभाग को सूचना दी गई लेकिन विभाग के ढुलमुल रवैये से आज दिन तक ना तो हैडपम्प ठीक हुए न ही लीकेज पाईप लाईन। विभाग के कर्मचारी व अधिकारी कोई न कोई बहाना बनाकर टाल देते हैं। यदि समय रहते विभाग सचेत हो जाता तो जैसा स्थिति इन दिनों में पेयजल समस्या की बनी हुई है वो शायद नही बनती। विभाग घोर लापरवाही बरत रहा है।
प्रतिभा तिवाड़ी, पार्षद वार्ड 17, शास्त्रीनगर, गुलाबपुरा
सात से आठ दिन में 30 मिनट आता है पानी
पिछले डेढ़ महीने से हमारे मोहल्ले में 7 से 8 दिनों में पानी आता है वो भी 20 से 30 मिनट के लिए। जलापूर्ति के समय मोटर लगाकर लोग पानी खींच लेते हैं, ऐसे में कई कॉलोनियों में पूरा प्रेशर से जलापूर्ति नहीं हो पाती। मजबूरी में डेढ़ किलोमीटर दूर जलदाय विभाग के ऑफिस परिसर में लगे सार्वजनिक नल से पानी लाकर गुजारा करना पड़ता है। टैंकर से जलापूर्ति करने की व्यवस्था करनी चाहिए।
रामकन्या वैष्णव, पुराना हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, गुलाबपुरा
जलदाय विभाग के पास कोई स्थाई समाधान नहीं
मोहल्ले वालों ने जिस दिन जलदाय विभाग के कार्यालय का घेराव कर जेईएन मैडम से समय पर पानी सप्लाई की गुहार लगाई उस दिन मैडम ने कहा कि शहर में 72 घंटे और शहर की बाहरी कॉलोनियों में 96 घंटे में पानी सप्लाई की जाएगी। उस बात को सप्ताह बीतने वाला है लेकिन हालात नहीं बदले हैं। विभाग के पास स्थाई समाधान नहीं है। विभाग को चाहिए कि टैंकर लगाकर लोगों को पीने का पानी उपलब्ध कराए।
श्यामलाल शर्मा, न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, गुलाबपुरा
8 दिनों के अंतराल पर पेयजल आपूर्ति की जा रही है। मैं प्राईवेट नौकरी करता हूं। जलापूर्ति का कोई समय फिक्स नहीं है। इसलिए पानी भरने की भारी परेशानी है। पानी भी सिर्फ 15-20 मिनट तो हालात और भी विकट होते हैं। विभाग को चाहिए कि टाईम फिक्स करते हुए पानी ज्यादा दे।
उम्मेदसिंह, पुराना हाउसिंग बोर्ड, गुलाबपुरा
7-8 दिनों से आता है वो भी बिना समय और सिर्फ 30 मिनट के लिए। जलापूर्ति के समय लोग मोटर लगाकर पानी खींच लेते हैं। इससे बाकी के लोगों के घरों में कम प्रेशर से पानी आता है जिससे 200 लीटर से ज्यादा पानी नहीं भर पाते हैं। डेढ़ किलोमीटर दूर से पानी ड्रम में भरकर लाना पड़ता है।
कन्हैयालाल लखारा, वार्ड 17 शास्त्रीनगर कॉलोनी, गुलाबपुरा
समय पर जलापूर्ति के निर्देश दिए हैं…
गत दिनों समस्याग्रस्त क्षेत्र के लोगों द्वारा जलदाय विभाग का घेराव करने की जानकारी मिलने के बाद मैंने स्वयं जलदाय विभाग के एईएन और एक्सईएन से बात करके जलापूर्ति व्यवस्था को सुचारु करने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने बताया कि इन दिनों आगे से पाईप लाईन टूटने और मांग के अनुसार आगे से पानी नहीं मिलने की वजह से जलापूर्ति का समय अंतराल बढ़ गया है। मैंने अधिकारियों को उच्चधिकारी से बात कर पानी की लिमिट बढ़वाने और समय पर जलापूर्ति करने के निर्देश दिए हैं। मैं और भी प्रयास करूँगा जिससे क्षेत्र की जनता को पानी के लिए परेशान न होना पड़े।
रामलाल गुर्जर, विधायक, आसींद-हुरड़ा
टैंकर से जलापूर्ति पर विचार
मैंने एईएन साहब से बात की है, पेयजल के बढ़े हुए अंतराल की जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि पानी आगे से ही कम वितरण किया जा रहा है। कुछेक जगह पाईप लाईन भी लीकेज है जिसे दुरुस्त किया जाएगा। इसी संदर्भ में मैंने एईएन और एसडीएम साहब से बात की है कि जब तक अंतराल कम न हो और जिन क्षेत्रों में पेयजल समस्या ज्यादा है उन क्षेत्रों में टैंकरों से जलापूर्ति करने पर विचार किया जा रहा है।
धनराज गुर्जर, पालिकाध्यक्ष, नगर पालिका गुलाबपुरा
पम्पिंग हाउस से कम मिल रहा है पानी
सरवाड़ पम्पिंग हाउस से ही पानी कम मिल रहा है जबकि पम्प हाउस के इंचार्ज कह रहे हैं कि हमारे यहां पम्प बराबर चालू है। पानी सरवाड़ से भिनाय होते हुए बिजयनगर से गुलाबपुरा सप्लाई होता है। मुझे यह पता नहीं लगा रहा है कि आखिर पानी कम कैसे आ रहा है। सरवाड़, भिनाय व बिजयनगर कितना पानी आता है और गुलाबपुरा को कितना पानी दिया जा रहा है उसका डिटेल निकालकर उच्च अधिकारियों को प्रेषित करूंगा।
अशोक गुप्ता, सहायक अभियंता, जलदाय विभाग, गुलाबपुरा