
भीलवाड़ा। (वार्ता) भीलवाड़ा जिले के बलाईयों का झोंपड़ा गांव में पानी की टंकी से पानी पीने से आज 40 से अधिक लोग बीमार हो गये। दूषित पानी पीने से बीमार हुये करीब 30 लोगों का गांव के ही प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उपचार किया गया जबकि सात की हालत गंभीर होने पर उन्हें अन्यत्र भेजा गया है। गांव में टंकी में दूषित पानी होने की सूचना पर हड़कंप मच गया और इसके बाद चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने तुंरत कार्यवाही करते हुये पानी के नमूने लिये।
कोटडी थाना प्रभारी भंवर सिंह ने बताया कि बलाइयों का झोपड़ा गांव में गंहूली पंचायत की ओर से पेयजल के लिए लगाई गई टंकी के पास आज सुबह कीटनाशक दवा की थैली मिली। यह देखकर लोग पानी में कीटनाशक मिलाने को लेकर आशंकित हो गये। इस पर गांव के ही बाबूलाल नामक व्यक्ति ने पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने संभावना व्यक्त की कि अज्ञात बदमाशों द्वारा जानबूझकर टंकी में कीटनाशक मिलाया गया है। टंकी में कीटनाशक मिले होने की सूचना से पहले ही कई ग्रामीण टंकी से पानी भरकर पी चुके थे। इन ग्रामीणों को चक्कर आने लगे और उल्टी होने लगी।
मामले को गंभीरता से लेते हुए नायब तहसीलदार,थाना प्रभारी,पीएचईडी एईएन, मेडिकल टीम, गिरदावर व पटवारी आदि मौके पर पहुंच गये। गांव में विषाक्त पानी पीने से बीमार करीब 40 ग्रामीणों का मेडिकल टीम ने प्राथमिक उपचार किया। इनमें से 7 की हालत खराब थी, जिन्हें सीएचसी कोटड़ी भिजवा दिया,जहां उनका उपचार किया जा रहा है।
प्रशासन ने दावा किया कि सभी बीमारों की हालत खतरे से बाहर है। वहीं मेडिकल व जलदाय विभाग की टीम ने पानी के सैंपल लिये । इसके बाद टंकी के पानी को खाली करवा दिया गया। पुलिस सहित अन्य टीमों ने दो घंटे से ज्यादा देर तक गांव में ही रहकर छानबीन करते हुए ग्रामीणों से पूछताछ की, लेकिन किसी ने टंकी में कीटनाशक मिलाने वाले व्यक्तियों को देखे जाने की बात सामने नहीं आई। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।