
इंदौर। भय्यूजी महाराज ने कथित तौर पर खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली है। जानकारी के मुताबिक भय्यू जी महाराज ने खुद को घर में गोली मारी जहां उन्होंने मौके पर दम तोड़ दिया। घटना के तुरंत बाद उनके सेवादार उन्हें बॉम्बे अस्पताल लेकर गए जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। भय्यू जी महाराज पहली बार राष्ट्रीय चर्चा में तब आए थे जब अन्ना हजारे के आंदोलन को खत्म कराने में उन्होंने वार्ता में महत्वपूर्व भूमिका निभाई थी। पुलिस की फॉरेंसिक टीम घटनास्थल के लिए रवाना हो गई है। भय्यू जी महाराज को गोली लगने की जानकारी मिलने के बाद बड़ी संख्या में उनके अनुयायी बॉम्बे हॉस्पिटल पहुंच गए।
कौन हैं भय्यूजी महाराज : भय्यूजी महाराज का मूल नाम उदयसिंह देशमुख है। वह पहले फैशन डिजाइनर थे और बाद में अध्यात्म की ओर मुड़ गए थे। इंदौर में बापट चौराहे पर उनका आश्रम है। यहीं से वे अपने सामाजिक गतिविधियां चलाते थे और ट्रस्ट के कार्यों का संचालन करते थे।
भय्यूजी महाराज का परिवार: भय्यूजी महाराज की पहली पत्नी माधवी का निधन हो चुका है। माधवी से उन्हें एक बेटी हुई जिसका नाम कुहू है जो फिलहाल पुणे में पढ़ाई कर रही है। भय्यूजी महाराज ने दूसरी शादी डॉक्टर आयुषी से की। आयुषी उनके आश्रम में कई सालों से सेवाओं में समर्पित हैं। कांग्रेस ने मौत की सीबीआई जांच की मांग की
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भय्यूजी महाराज की मौत पर शोक व्यक्त किया चौहान ने ट्वीट किया, “संत भय्यूजी महाराज को सादर श्रद्धांजलि। देश ने संस्कृति, ज्ञान और सेवा की त्रिवेणी व्यक्तित्व को खो दिया। आपके विचार अनंत काल तक समाज को मानवता की सेवा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करेंगे।”
सीबीआई जांच की मांग: वहीं कांग्रेस ने भय्यूजी महाराज की मौत की सीबीआई जांच की मांग की है। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमिटी के मीडिया प्रमुख मानक अग्रवाल ने कहा, “मध्य प्रदेश सरकार ने उन पर विशेषाधिकार स्वीकार करने और सरकार का समर्थन करने के लिए दबाव डाला था, जिसे उन्होंने मानने से इनकार कर दिया था। वह बहुत मानसिक दबाव में थे। मामले की सीबीआई जांच की जानी चाहिए।”