
बिजयनगर। हुरड़ा स्थित विवेकानंद स्कूल से 10वीं में 10 सीजीपी से पास हुए हर्षित जैन जेईई में ऑल इंडिया में 8727 रैंक हासिल कर पूरे क्षेत्र का गौरव बढ़ाया है। हर्षित के पिता राजकीय सेवा में भैरूखेड़ा जालिया द्वितीय में शारीरिक शिक्षक हैं। छोटा भाई बायोलॉजी से 12वीं की पढ़ाई कर रहा है। माता गृहिणी हैैं। प्रस्तुत है हर्षित जैन से खारीतट संदेश की विशेष बातचीत….
प्र. जेईई में ऑल इंडिया में 8727 रैंक लाने पर आपको बधाई।
उ. बहुत-बहुत धन्यवाद आपका
प्र. आप अपनी इस उपलब्धि पर क्या कहेंगे?
उ. अच्छी से पढ़ाई की जिसका परिणाम यह है कि जेईई एडवांस में 8727 रैंक प्राप्त की। बस यही सोचा है कि आईआईटी की कॉलेज मिले जहां
से इंजीनियरिंग कर देशहित में सेवा कार्य करूं।
प्र. आपने इस सफलता के लिए किस प्रकार तैयारी की थी?
उ. मैं रोजाना सुबह उठकर पढ़ाई करता था रोजाना कोचिंग में 6-7 घंटे पढ़कर आने के बाद वहां पढ़े गए चेप्टर को घर आकर दुबारा रिविजन
करता था और होमवर्क भी किया करता था। मेरे दोस्त अच्छी तैयारी करने के लिए मोटीवेट करते थे।
प्र. जेईई क्लीयर करने के बाद आप किस क्षेत्र में जाना चाहेंगे और भविष्य की क्या योजना है?
उ. भविष्य में मैं बीटेक करके आईएएस की तैयारी करूंगा। आईएएस बनकर देश की सेवा करने की इच्छा है।
प्र. आजकल स्टार्टअप पर जोर है क्या आप कुछ इस तरह का इरादा रखते हैं?
उ. हालांकि मैंने स्टार्टअप के लिए कुछ सोचा नही है। मैं सिर्फ आईएएस बनकर देश सेवा करने में रुचि रखता हूं।
प्र. इंजीनियरिंग के क्षेत्र में आने वाले छात्रों व अभिभावकों से आप क्या कहना चाहेंगे?
उ. अभिभावकों को चाहिए कि वो अपने बच्चों पर पढ़ाई को लेकर किसी भी तरह का दबाव न बनाएं। बच्चों को अपने विवेक से तैयारी करने का
मौका दें। कोचिंग में जो पढ़ाया जाता है उसका घर पर रिविजन जरूरी है। परीक्षा की तैयारी के दौरान स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना जरूरी है।
परीक्षा की तैयारी के दौरान स्मार्टफोन, सोशल मिडिया, टीवी, सिनेमा आदि से दूरी बनाए रखना जरूरी है। रोजाना एक घंटे खेलकूद-व्यायाम
की आदत रखनी चाहिए।
प्र. आपने स्कूली शिक्षा कहां से प्राप्त की?
उ. मैं कक्षा तृतीय से 10वीं तक विवेकानन्द स्कूल हुरड़ा में पढ़ा जहां कक्षा 10 में 10 सीजीपी प्राप्त किया। कक्षा 11 व 12 कोटा स्थित एक
स्कूल में पढ़ाई की जहां अभी कक्षा 12 में 92.5 फीसदी अंक प्राप्त किए। जेईई मैंस में 6964 रैंक प्राप्त कर चुका हूं।