
नई दिल्ली। (वार्ता) कांग्रेस ने जम्मू कश्मीर को लेकर मोदी सरकार की नीतियों को दिशाहीन एवं एजेंडा विहीन करार देते आज कहा कि उसने राज्य को पूरी तरह से अंधेरे में धकेल दिया है जो देश के लिए गहरी चिंता की बात है। कांग्रेस महासचिव एवं जम्मू कश्मीर की प्रभारी अंबिका सोनी, पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद तथा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर ने आज यहां एक संयुक्त बयान में यह आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) तथा भाजपा का गठबंधन अवसरवादी था और अब इससे राज्य के लोगों को निजात मिल गयी है।
उन्होंने मोदी सरकार से सात सवाल किये। उन्होंने पूछा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राज्य में किस प्रकार से शांति एवं सामान्य स्थिति कायम करेंगे। पाकिस्तान से संघर्ष विराम उल्लंघन और आतंकवादी कब रुकेंगे। राज्य के लोगों के विकास एवं समावेशन का आर्थिक रोडमैप क्या है। उन्होंने पूछा कि केन्द्र सरकार राज्य के युवाओं को कट्टरवाद की ओर जाने से कैसे रोकेगी। राज्य में रोज़गार सृजन और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए क्या योजनाएं हैं। मोदी सरकार की राज्य के लोगों के दिलोदिमाग को जीतने के लिए क्या रणनीति है। राज्य के तीनों क्षेत्रों -जम्मू, कश्मीर और लद्दाख में शांति एवं विकास सुनिश्चित करने की क्या योजना है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि पार्टी जम्मू कश्मीर के घटनाक्रम से बेहद चिंतित है। उन्होंने मोदी सरकार को चेताया कि वह राज्य में सामान्य स्थिति की बहाली एवं लोगों में विश्वास कायम करने के लिए अपनी नीति को सुधारें। उन्होंने कहा कि देश की जनता और कांग्रेस पार्टी भाजपा की गतिविधियों एवं राज्य के घटनाक्रम को बारीकी से देख रही है और वह भाजपा को जम्मू कश्मीर को अंधेरे में धकेलने के लिए कभी क्षमा नहीं करेगी।