
नई दिल्ली। (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश का विश्वव्यापी निर्यात कम से कम दुगुना करने और आयात को कम करने के लिए घरेलू उत्पाद को बढ़ाने पर जोर दिया है।
श्री मोदी ने शुक्रवार को यहाँ नये वाणिज्य भवन की आधारशिला रखते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि देश से निर्यात बढ़ाने की आज बेहद जरूरत है और राज्यों को चाहिए कि वे इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठायें और अपनी सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि वाणिज्य विभाग को चाहिए कि वह मौजूदा निर्यात को बढ़ाकर कम से 3.4 प्रतिशत करें जो अभी केवल 1.6 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि घरेलू विनिर्माण उत्पाद को भी बढ़ाने पर जोर देना चाहिए ताकि देश का आयात कम हो सके। इस सन्दर्भ में उन्होंने इलेक्ट्रोनिक सामानों का जिक्र किया जिनका आयात कम किये जाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने विनिर्माण उत्पाद को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाये हैं। उन्होंने कहा कि विश्व व्यापी स्तर पर भारत की अर्थव्यस्था मज़बूत हो रही है और अब वह वित्तीय -प्रौद्याेगिकी की दृष्टि से दुनिया के शीर्ष पांच देशों में पहुँच गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि व्यापार और वाणिज्य को आसन बनाने में भारत की प्रगति से जीवन स्तर में भी सुधार आएगा क्योंकि ये सब आपस में जुड़ी चीज़ें हैं।
उन्होंने डिजिटल टेक्नोलॉजी की चर्चा करते हुए कहा कि वाणिज्य भवन जिस भूमि पर बन रहा है वहां आपूर्ति एवं निष्पादन निदेशालय कम कर रहा था लेकिन अब उसकी जगह ई-मार्केट प्लेस बनेगा जो 8700 करोड़ के कारोबार का लेनदेन करेगा। उन्होंने वाणिज्य विभाग से कहा कि वह ई-बाज़ार को विस्तार देजिस से लघु एवं मझोले उद्योग को बढ़ावा मिले। उन्होंने वस्तु एवं सेवा के फायदों की चर्चा करते हुए कहा कि सरकार जनता, विकास एवं पूंजी निवेश की दृष्टि से इसे उनके और अनुकूल बना रही है। उन्होंने आशा व्यक्त कि कि इस नये भवन से देश के वाणिज्य सेक्टर का काम और आसन होगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह भवन निर्धारित समय पर बनेगा और इसमें प्रवासी भारतीय केंद्र, अम्बेडकर मेमोरियल भवन तथा केन्द्रीय सूचना भवन की तरह देरी नहीं होगी।