
बिजयनगर। जैन साध्वी डॉ. ज्ञानलताजी म.सा. ने शनिवार को कृषि उपज मंडी परिसर में धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि व्यक्ति के लिए धर्म व समाज जरूरी है। इसके बिना उसका जीवन कोरे कागज समान है। इंसान को धर्म और समाज की नि:स्वार्थ भाव से सेवा करते रहना चाहिए। अगले भव को अच्छा बनाने के लिए नि:स्वार्थ भाव से सेवा ही सबसे बड़ा विकल्प है। सेवा का कोई दायरा नही होता, पशु-पक्षी, मानव, संत व प्रभु की सेवा समेत कई तरह की सेवाएं है। उन्होंने कहा कि धर्म की जड़ सदा हरी रहती है। धर्म के प्रति श्रद्धा व समर्पण के भाव रखने से हमारे जीवन के पाप कर्म कट जाते है। पुनीत कार्यो से प्राप्त पुण्य से हमें जीवन की सही राह पर चलने के लिए नई ऊर्जा प्राप्त होती है। इस मौके पर मौजूद अन्य साध्वियों ने भी अपने प्रवचन दिए।
शान्ति चम्पा रत्नत्रय भवन का हुआ लोकार्पण
श्री अखिल भारतीय नानक प्राज्ञ संघ के तत्वावधान में स्थानीय गुर्जर मोहल्ला में नवनिर्मित शान्ति चम्पा रत्नत्रय भवन के लोकार्पण से पूर्व श्री संभवनाथ जैन मंदिर से वरघोड़ा निकाला गया जो बैण्डबाजों के साथ सब्जी मंडी, बालाजी रोड़, शिव मंदिर, बापू बाजार, महावीर बाजार व सथाना बाजार होते हुए गुर्जर मोहल्ला स्थित शान्ति चम्पा रत्नत्र भवन जाकर सम्पन्न हुआ। जहां भवन के लाभार्थी परिवार बैगलुरू निवासी भागचन्द जितेन्द्रकुमार अनिल कुमार विकास कुमार आकाशकुमार दीपक कुमार आर्यनकुमार कोठारी परिवार ने भवन का लोकार्पण किया। इससे पूर्व शुक्रवार रात कृषि उपज मंडी परिसर में भजन संध्या व भामाशाह अभिनन्दन समारोह हुआ जिसमें श्री अखिल भारतीय नानक प्राज्ञ संघ की ओर से दानदाताअों एवं धर्मनिष्ठ श्रावकों का स्वागत व अभिनन्दन किया गया।
समाज के दर्पण है संत: पलाड़ा
कृषि उपज मंडी परिसर में आयोजित समारोह में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा नेता भंवरसिंह पलाड़ा ने कहा कि संयम के पथ पर अग्रसर संत ही समाज का दर्पण होते है। हमें अच्छे-बुरे का बोध कराते हुए समाज की नि:स्वार्थ भाव से सेवा करने की प्रेरणा संत ही देते हैं। समाज के प्रत्येक व्यक्ति को अपने धर्म में आस्था रखते हुए नि:स्वार्थ भाव से सेवा के लिए तत्पर रहना चाहिए। समारोह में श्री अखिल भारतीय नानक प्राज्ञ संघ के पदाधिकारी प्रकाशचन्द संचेती, रिखबचन्द पीपाड़ा, पारसमल तातेड़, सुरेन्द्रकुमार बाफना, सुखराज चौरड़िया, बिजयनगर संघ के उपाध्यक्ष प्रतापचन्द सांड, मंत्री ज्ञानसिंह सांखला, उपमंत्री चतरसिंह पीपाड़ा, प्रकाशचन्द बडौला, भागचन्द बाबेल, युवा संघ के पदाधिकारी राजेन्द्र नाबेड़ा, अशोक श्रीश्रीमाल, दिनेश बोहरा, योगेन्द्रराज सिंघवी, आशीष सांड, अनिल बोहरा, राजकुमार लुणावत, प्रकाशचन्द पोखरना, विमल लोढ़ा सहित अनेक पदाधिकारी एवं सदस्य सहित बिजयनगर, गुलाबपुरा, भीलवाड़ा, अजमेर, ब्यावर, पाली, हैदराबाद, बैगलुरू जयपुर सहित अन्य स्थानों से आए श्रावक-श्राविकाएं मौजूद रहे।