
जयपुर। राजस्थान के कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने बताया कि टोंक जिले के दूनी कस्बे में स्थित आरएसीपी प्राजेक्ट के तहत गठित महिलाओं के एक स्वयं सेवी सहायता समूह द्वारा बकरी के दूध से निर्मित साबुन बनाया गया है जिससे चर्म रोग सहित कई बीमारियां सही हो सकती हैं। श्री सैनी आज यहां पंत कृषि भवन राजस्थान कृषि प्रतिर्स्पधात्मक परियोजना (आरएसीपी) की समीक्षा बैठक ले रहे थे। उन्होंने इस परियोजना के तहत अब तक हुए कार्यों की समीक्षा करते हुए कार्य में गति लाने के निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि यह परियोजना विश्वबैंक और राजस्थान सरकार के संयुक्त तत्वावधान में राज्य के 17 जिलों में 6 विभागों के माध्यम से संचालित की जा रही है। उन्होंने इस परियोजना को किसानों की आमदनी दोगुनी करने में सहायक बताया। हालांकि श्री सैनी ने कई विभागों की कम प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सम्बंधित के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
श्री सैनी ने बताया कि अभी तक परियोजना में 325 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं, जिसके तहत किसानों के यहां ग्रीन हाउस, फार्मपौंड, सब्जी आधारित फसलों के लिए प्रोत्साहन सहित पशुपालकों की आय में वृद्धि के लिए विभिन्न कार्य किए गए हैं। बैठक में परियोजना के तहत संचालित कार्याें की समीक्षा की गई। उन्होंने बताया कि इस परियोजना को 2021 तक बढ़ाने के लिए भारत सरकार और विश्व बैंक को पत्र लिखा जा रहा है।