
बिजयनगर । बिजयनगर उद्योग विकास समिति के पदाधिकारियों ने गत दिनों अजमेर में जिला कलेक्टर आरती डोगरा से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। इसमें स्थानीय पुलिस प्रशासन पर एक उद्यमी को समझौते के लिए धमकाने की शिकायत की गई है। बिजयनगर उद्योग विकास समिति के अध्यक्ष विमल कुमार धम्माणी, सचिव अंकित तातेड़, कोषाध्यक्ष निशांत झंवर आदि के नेतृत्व में उद्यमियों के प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में बताया कि गत 11 अगस्त की शाम 6 बजे स्थानीय रिको इंडस्ट्रियल एरिया स्थित वंदना सर्जिकल फार्मा फैक्ट्री में केयर खोलते समय एक मजदूर की मौत हो गई थी।
जिस समय हादसा घटित हुआ उस समय फैक्ट्री के मालिक शहर से बाहर था तथा हादसे की सूचना अन्य उद्यमियों ने प्रशासनिक अधिकारियों को दे दी थी। हादसे के कारण मौके पर भीड़ एकत्रित हो गई तथा रात्रि 06:30 बजे से देर रात 1 बजे तक भीड़ ने रिको इंडस्ट्रियल एरिया का पावर काट दिया। पुलिस प्रशासन के सामने भीड़ ने फैक्ट्री के ऑफिस में तोडफ़ोड़ कर दी तथा वहां रखी नकदी व फाइलें उठाकर ले गए। इसके बावजूद मौके पर मौजूद पुलिस प्रशासन मूक होकर सब देखता रहा। हादसे के बाद पुलिस ने मजदूर के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचाने के बजाय रात 3 बजे तक वहीं पड़े रखा।
इस दौरान पुलिस वाले फैक्ट्री मालिक को बार-बार फोन पर समझौते के लिए दबाव बनाते रहे। पुलिसकर्मियों ने फोन पर फैक्ट्री मालिक को धमकी दी कि समझौता कर ले अन्यथा फैक्ट्री में कुछ भी हो सकता है और उसे जेल भी जाना पड़ सकता है। हादसे के बाद हुए घटनाक्रम से उद्यमियों में दहशत का माहौल है। ज्ञापन में उद्यमियों ने घटनाक्रम की जांच करवाकर दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। ज्ञापन की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, आईजी अजमेर रेंज एवं पुलिस अधीक्षक अजमेर को भी भेजी गई है।