नई दिल्ली, 14 नवंबर (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15वें आसियान शिखर सम्मेलन और 12वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद आज देर रात स्वदेश लौट आये।
श्री मोदी तीन दिवसीय यात्रा पर 12 नवंबर को फिलीपीन्स की राजधानी मनीला पहुंचे थे।
श्री मोदी ने सम्मेलन में शामिल होने से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग और सदस्यों देशों के अन्य नेताओं से अलग से मुलाकत की थी।
उन्होंने तीन दिवसीय आसियान शिखर सम्मेलन के दौरान 12वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत क्षेत्र के राजनीतिक, सुरक्षा और आर्थिक मुद्दों को हल करने के लिए पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के सदस्य राष्ट्रों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा,“आगामी वर्षों में हम पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन को अधिक महत्वपूर्ण बनाने के लिए तत्पर हैं।
मैं क्षेत्र के राजनीतिक, सुरक्षा और आर्थिक मुद्दों से निपटने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता दोहराता हूं।
”
श्री मोदी ने उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रम पर भी जमकर हमला बोला और पाकिस्तान और चीन पर दबाव बनाते हुए कहा कि प्योंगयांग के परमाणु प्रसार के लिंक की जांच की जाए और जिन देशों ने ऐसे गैरकानूनी कार्यक्रमों को सहयोग दिया, उन्हें जवाबदेह बनाया जाना चाहिए।
श्री मोदी ने हालांकि किसी देश का नाम नहीं लिया।
श्री मोदी ने कोरियाई प्रायद्वीप में सत्यापित, पूर्ण एवं अपरिवर्तनीय निरस्त्रीकरण पर जोर दिया।
इस अवसर पर उन्होंने अन्य राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात की।
उन्होंने चीन के प्रधानमंत्री और फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते से खुशनुमा माहौल में बातचीत की।
उन्होंने कुछ देर तक न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न से भी बातें की।