
जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा की जा रही गौरव यात्रा पर सवाल उठाते हुये आज उनसे दसवां प्रश्न पूछा है कि “बाड़मेर से भरतपुर तक अवैध बजरी खनन से सरकारी खजाने को हो रहे नुकसान एवं जनता से बारह हजार करोड़ रूपये से भी ज्यादा की हुई लूट पर क्या वह गौरव महसूस करती हैं। श्री पायलट ने आज कहा कि प्रदेश में उच्चत्तम न्यायालय के निर्देशों की खुलेआम अवहेलना हो रही है और सरकारी संरक्षण में अवैध बजरी का व्यापार फल-फूल रहा है।
उन्होंने कहा कि जब उच्चत्तम न्यायालय ने 53 बजरी ब्लॉक्स के खनन पर रोक लगा देने के बावजूद पर्यावरण स्वीकृति लेने के स्थान पर खनन माफियाओं को संरक्षण देकर सरकार ने अवैध बजरी खनन के लिए खुली छूट दे रखी है। उन्होंने कहा कि राज्य में लगभग 5 हजार ट्रक बजरी की रोजाना खपत होती है तथा एक ट्रक बजरी का जयपुर में 8 से 9 हजार रूपये में आसानी से मिल जाता था वो अब तीन गुना दाम पर मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान उच्च न्यायालय ने भाजपा विधायक अर्जुनलाल जीनगर का नाम रिकॉर्ड पर लेते हुए टिप्पणी की कि न्यायालय द्वारा नियुक्त कमिश्नर ने जांच में पाया है कि चित्तौड़गढ़ जिले में बनास नदी से बजरी का अवैध खनन विधायक के संरक्षण में खुलेआम हो रहा है। उन्होंने कहा टोंक, सवाईमाधोपुर, धौलपुर, चित्तौड़गढ़ , जोधपुर , बाड़मेर, पाली एवं जालोर सहित अनेक जिलों में बजरी खनन माफियाओं ने कहीं सरपंचों की हत्या कर दी तो कहीं पुलिस पर हमला किया।
माफियाओं ने पुलिस चौकी जलाने के साथ ही प्रशासनिक एवं खान विभाग के अधिकारियों पर भी जानलेवा हमला किया लेकिन सरकार जानबूझकर इनकी अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि राजस्थान कभी भी इस प्रकार के खनन माफिया के प्रभाव में नहीं था लेकिन भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली और भ्रष्टाचार के कारण आज यह स्थिति उत्पन्न हो गई है कि प्रदेश का गौरव बढ़ना तो दूर अवैध बजरी के खनन के कारण देश भर में इसकी साख को गिर रही है।