
जयपुर। 14वीं विधानसभा का 11वां और अन्तिम सत्र आगामी 5 सितम्बर से आहूत किया जाएगा। इस सत्र में सरकार की ओर से पिछले दिनों लाए गए पांच अध्यादेशों को विधेयक के रूप में और लगभग आधा दर्जन नए बिल सदन से पास होने की संभावना है।
मौजूदा विधानसभा का आखिरी सत्र होने के कारण इसके काफी हंगामेदार रहने के आसार है। सत्र की अवधि तीन से चार दिन तक की हो सकती है। 5 सितम्बर को 11 बजे से सत्र आहूत होने के साथ ही सदन में होने वाले औपचारिक कामकाज को निपटाय़ा जाएगा। इसके बाद सदन में शोकाभिव्यक्ति होगी,जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी और लोकसभा अध्यक्ष रहे सोमनाथ चटर्जी समेत केरल और अन्य राज्यों में अतिवृष्टि में मारे गए लोगों को सदन में श्रद्धाजंलि दी जाएगी। इसके बाद सदन के कार्यवाही को स्थगित कर कार्य सलाहकार समिति की बैठक होगी । बैठक में सदन में आगामी दिनों में होने वाला कामकाज तय होगा ।
इस सत्र के दौरान राज्य सरकार की ओर से पिछले दिनो जारी किए गए पांच अध्यादेशों को सदन से पास करवाकर विधेयक का रूप दिय़ा जाएगा। इनमें राजस्थान लोकायुक्त, उपलोकाय़ुक्त संशोधन अध्यादेश, राजस्थान मूल्य संवर्धित संशोधन अध्यादेश, राजस्थान स्टाम्प संशोधन अध्य़ादेश, जयपुर वाटर सप्लाई एण़्ड सीवरेज बोर्ड अध्य़ादेश और संस्कृत विश्वविद्य़ालय संशोधन अध्यादेश को विधेयक के रूप में सदन से पास करवाया जाएगा । इसके अलावा बताया जा रहा है कि लगभग आधा दर्जन नए विधेयक सदन से पास होंगे। विधानसभा का आखिरी सत्र होने के कारण विपक्ष की ओर से सरकार की कड़ी चुनौती दी जाएगी । किसानों के मामलों से लेकर मॉब लिंचिग तक के मामले सदन में उठाएं जाएंगे। इसके अलावा कानून व्यवस्था, प्रदेश में बजरी की किल्लत का मामला अहम रहने वाला है।