
जयपुर। राजस्थान के पशुपालकों के आर्थिक उन्नयन के लिये डेयरी विकास पर 70.89 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। जिसमें पाली, श्री गंगानगर, नागौर, कोटा, जयपुर, भीलवाड़ा, जोधपुर एवं बाड़मेर डेयरी प्लाण्ट शामिल हैं। गोपालन मंत्री अजय सिंह किलक ने आज यहां बताया कि राज्य में डेयरी प्लाण्ट के आधारभूत एवं तकनीकी विकास के जरिये डेयरी को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत राज्य के डेयरी विकास में मिलने वाली सहायता से डेयरी उद्योग के माध्यम से पशुपालकों की आय में वृद्धि का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जयपुर के दूदू में गाय दूध के लिये प्रासेसिंग यूनिट लगाई जायेगी जिस पर लगभग 25 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
गोपालन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव खेम राज ने बताया कि डेयरी विकास से जुड़े 70.89 करोड़ रुपये के इन सभी प्रोजेक्टस् को मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली राज्य स्तरीय कमेटी (एसएलएससी) ने मंजूरी दे दी है। उन्होंने बताया कि जिसमें आधारभूत ढ़ांचे के सुदृढ़ीकरण के लिये डेयरी प्लाण्ट पाली में 5.99 करोड़, गंगानगर में 3.33 करोड़, नागौर में 3 करोड़, जोधपुर में 5.60 करोड़, बाड़मेर में 12.89 करोड़ एवं कोटा में 2.28 करोड़ रुपये प्रोजेक्ट पर खर्च किये जायेंगे। इसी प्रकार भीलवाड़ा में डेयरी विकास के विशेष कार्यक्रम पर 12.80 करोड़ खर्च किये जायेंगे तथा गाय के दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिये दूध खरीद, प्रसंस्करण एवं पैकेजिंग के लिये जयपुर डेयरी के तहत दूदू में आधारभूत ढ़ांचे के विकास पर 24.98 करोड़ रुपये खर्च होंगे।