
बांदनवाड़ा। (राजेश मेहरा) कस्बे के समीप बने नवनिर्मित टोल प्लाजा के अधिकारियों व कर्मचारियों की मनमानी के चलते निजी स्कूल संचालकों का गुरुवार को बंद सफल रहा। निजी स्कूल संचालक राधेश्याम शर्मा, रामरतन चौधरी, कमलेश शर्मा, आनंद कुमावत, सुरेश चौधरी सहित अन्य ने बताया कि उनके विद्यालय के वाहन जो बच्चों को आसपास गांवों से लाने के लिए लगा रखे हैं। वह वाहन टोल प्लाजा से होकर गुजरते हैं परंतु टोलकर्मियों की मनमानी के चलते वाहनों को टोल पर रुकवाकर बेवजह परेशान किया जाता है। साथ ही बच्चों से भरे वाहनों को धूप में खड़ा रखकर टोल वसूलने के लिए मनमर्जी की जाती है।
पूर्व में आसपास क्षेत्र के 10 किमी तक के वाहन छूट में रखे गए थे परंतु अपनी मनमानी के चलते टोल प्रशासन ने इसे नजर अंदाज करते कस्बे के निजी स्कूल की बालवाहिनीयों का जबरन टोल वसूल करने के लिए परेशान किया जा रहा है। जबकि यह स्कूलें आसपास के 3 किमी तक के अध्ययनरत बच्चों को लाने ले जाने के लिए लगा रखे हैं। उन वाहनों को एक-एक घंटा तक खड़े रखा जाता है, जिससे वाहन में बैठे बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ा है। वहीं अभिभावक मनोज आहूजा, सत्येन्द्र पारीक सहित अन्य ने बताया कि टोल प्रशासन की मनमानी के चलते उनके बच्चों सहित अन्य को बेवजह परेशानी होना पड़ता है।
अगर टोल प्रशासन की यही मनमानी चलती रही तो उन्हें भी आंदोलन पर उतरना पड़ेगा। परंतु टोल कार्मिकों की मनमानी की वजह से उनके छोटे-छोटे बच्चों को बेवजह परेशान होना पड़ रहा है। जबकि पूर्व में टोलकर्मियों व स्थानीय लोगों के बीच स्थानीय पहचान पत्र दिखाए जाने पर उनसे टोल नहीं लेने पर सहमति बनी थी। टोलकर्मियों की मनमानी के विरोध में स्थानीय निजी स्कूल संचालकों ने गुरुवार को सांकेतिक बंद का आह्वान किया , जो सफल रहा।