
नई दिल्ली (वार्ता) सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक जवान मंगलवार को पाकिस्तानी रेंजर्स की अकारण गोलीबारी में शहीद हो गया। बीएसएफ ने पाकिस्तानी रेंजर्स के समक्ष इस पर कड़ा विरोध जताया है। भारतीय सीमा प्रहरियों का एक दल मंगलवार सुबह पौने ग्यारह बजे के करीब जम्मू के रामगढ क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बाड़ के उस पार खडे सरकंडों को काटने के लिए गया था। पाकिस्तानी रेंजर्स ने इस दल पर अकारण फायरिंग शुरू कर दी। भारतीय जवानों ने इसका जवाब दिया और वे बचते हुए बाड़ के इस पार वापस लौट आये। बाद में जवानों ने देखा कि उनका एक साथी नहीं लौटा है।
कंपनी मुख्यालय से बडे दल के साथ इस पूरे क्षेत्र की सरगर्मी से तलाश की गयी। काफी देर की खोजबीन के बाद हेड कांस्टेबल नरेन्द्र सिंह का शव सरकंडों के बीच मिला। उनकी गर्दन सहित शरीर के उपरी हिस्से पर गोलियों के कई निशान थे। बीएसएफ के अनुसार उसने पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ सेक्टर स्तर की बातचीत में इस मुद्दे को उठाकर कड़ा विरोध दर्ज कराया। सूत्रों के अनुसार बीएसएफ ने सैन्य संचालन महानिदेशक से भी पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ बातचीत में इस मुद्दे को उठाने का अनुरोध किया है।
बीएसएफ के जवानों का दल जंगली घास और सरकंडों को काटने के लिए अमूमन बाड़ को पार करता रहता है जिससे कि गश्त करने वाले जवान सीमा पर दूर तक नजर रख सकते हैं। पाकिस्तान की ओर इस जगह एक बंध बना हाेने के कारण यह क्षेत्र और अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। बाड़ और अंतर्राष्ट्रीय सीमा के बीच का क्षेत्र दलदली है और इसमें जंगली घास तथा सरकंडाें की भरमार रहती है। बल के महानिदेशक और सभी कर्मियों ने जवान के सर्वोच्च बलिदान को नमन करते हुए उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।