
नई दिल्ली। वैश्विक स्तर पर पीली धातु के 1,200 डॉलर प्रति औंस को पार कर जाने और घरेलू स्तर पर डॉलर की तुलना में रुपये के ऐतिहासिक निचले स्तर पर उतरने से आज दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 555 रुपये की छलाँग लगाकर 32,030 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुँच गया। चाँदी 450 रुपये चमककर दो महीने से ज्यादा के उच्चतम स्तर 39,400 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही।
पीली धातु में यह नोटबंदी के बाद की सबसे बड़ी तेजी है। नोटबंदी की घोषणा 08 नवंबर 2016 की रात को की गयी थी और अगले दिन 09 नवंबर 2016 को सोने की कीमत 900 रुपये प्रति दस ग्राम बढ़ गयी थी। इस साल 15 जून के बाद यह पहला मौका है जब घरेलू बाजार में पीली धातु 32 हजार रुपये के पार निकली है। कारोबारियों का कहना है कि रुपये के 73 रुपये प्रति डॉलर से भी ज्यादा कमजोर हो जाने से पीली धातु के दाम बढ़े हैं। कारोबार के दौरान एक समय भारतीय मुद्रा 73.41 रुपये प्रति डॉलर तक लुढ़क गयी थी। देश में सोना मुख्य रूप से आयात किया जाता है और इसलिए डॉलर के महँगा होने से इसके दाम बढ़ जाते हैं। इसके अलावा मंगलवार को विदेशों में सोने में डेढ़ फीसदी से ज्यादा की तेजी का असर भी आज स्थानीय बाजार पर दिखा। मंगलवार को गाँधी जयंती के मौके पर स्थानीय बाजार बंद था।