
नई दिल्ली। गृह मंत्रालय ने केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर हुई हिंसा को गंभीरता से लिया है। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा, “गृह मंत्रालय ने सबरीमाला मंदिर के आसपास के हुई अराजकता को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार को बाकी श्रद्धालुओं के मंदिर में शांतिपूर्ण प्रवेश को सुनिश्चित करने की सलाह दी है।”
सबरीमाला के भगवान अयप्पा मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के विरोध प्रदर्शनों के बाद आज शाम मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले गये। मंदिर के नजदीक हो रहे विरोध प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया और प्रदर्शनकारी श्रद्धालुओं की पुलिस के साथ हिंसक झड़प हुई। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद पत्रकार समेत कई महिलाओं के साथ मारपीट की गयी और मीडिया दल के सदस्यों पर हमला किया गया।
गृह मंत्रालय ने 15 अक्टूबर को केरल सरकार को सलाह दी थी कि राज्य प्रशासन उच्चतम न्यायालय के आदेश के मद्देनजर सबरीमाला मंदिर में कानून व्यवस्था स्थापित करने की तुरंत आवश्यकता है। गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय की पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने 10 से 50 वर्ष आयु वर्ग की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश पर रोक संबंधी सदियों पुरानी प्रथा को 4:1 के बहुमत के फैसले से समाप्त कर दिया था और सभी आयु वर्ग की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी थी।