
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राम मंदिर करोड़ों लोगों की आस्था का मुद्दा है और मैं चाहता हूं कि इसका सर्वसम्मति से हल निकले तो बेहतर, अन्यथा और भी विकल्प हैं। यह पूछने पर कि इस बार दीपोत्सव (छह नवंबर) पर अयोध्या को क्या खास देंगे, मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपावली पर खुशखबरी लेकर जा रहा हूं। वह बुधवार को अपने सरकारी आवास पर मीडिया से बातचीत कर रहे थे। हालांकि, उन्होंने यह साफ नहीं किया कि वह अयोध्या को खास क्या देंगे?
योगी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट 125 करोड़ लोगों के भरोसे का प्रतीक है। लोगों की उम्मीद पूरी होनी चाहिए। विश्व हिदू परिषद और संतों की नाराजगी पर कहा कि सभी देश हित में काम करने वाली सरकार के साथ हैं। मैंने उनसे धैर्य की अपील की है और भरोसा दिलाता हूं कि जो भी होगा जन भावनाओं के अनुरूप और अच्छा होगा।
अयोध्या को अधिक महत्व देने के प्रश्न पर योगी ने कहा कि सिर्फ अयोध्या ही क्यों, ‘हमारा ध्यान तो काशी, मथुरा, चित्रकूट, प्रयागराज पर भी समान रूप से है। धर्मस्थलों पर बेहतर बुनियादी सुविधाएं देना हमारी प्रतिबद्धता है।’ अगर लोगों को कुछ और दिख रहा है तो ‘जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखहीं तिन तैसी’ योगी ने कहा कि आप लोग सिर्फ अयोध्या और दीपोत्सव की बात करते हैं। मैं होली में मथुरा-वृंदावन भी गया था और देव दीपावली पर काशी जाऊंगा। राहुल द्वारा खुद को राष्ट्रवादी कहने पर योगी ने कहा कि देर आये दुरुस्त आए। वैसे हिदुत्व और राष्ट्रवाद एक दूसरे के पूरक हैं।