
जयपुर। राष्ट्रीय जनता पार्टी (राजपा) के प्रदेशाध्यक्ष और पार्टी के एक मात्र विधायक नवीन पिलानिया ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में शामिल होने का फैसला किया है। वे आज बसपा की सदस्यता लेंगे।
उल्लेखनीय है कि राजपा मुखिया किरोड़ी लाल मीना, गोलमा देवी और गीता वर्मा ने पार्टी छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था। इसके बाद नवीन पिलानिया राजपा के प्रदेशाध्यक्ष बन गए थे, लेकिन वे समझ गए थे कि पार्टी का कोई भविष्य नहीं है। किरोड़ी लाल के भाजपा में जाने से मीणा वोट बैंक राजपा से खिसक गया है। ऐसे में आमेर विधायक नवीन पिलानिया एससी वर्ग के वोटों की उम्मीद में हाथी पर सवार हुए हैं। पिलानिया के समर्थकों का मानना है कि बसपा की पकड़ वैसे आमेर में कमजोर है, लेकिन नवीन पिलानिया के आने से एससी वर्ग उनसे जुड़ सकता है।
नवीन पिलानिया ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था कि किसान, मजदूर, कर्मचारी, युवा। सभी वर्ग वर्तमान सरकार से त्रस्त हैं। यह सच्चाई है। दूसरा पहलू यह है कि कांग्रेस मान कर बैठी है कि सरकार के खिलाफ जो रोष है उसका फायदा उसे मिलेगा। लेकिन ऐसा नहीं है। जनता को मजबूत विकल्प मिले इसके लिए तीसरा मोर्चा होना जरूरी है। हम चाहते हैं कि मजबूत विकल्प वाली पार्टियां एकजुट हों। मैं यह नहीं कह सकता कि हनुमान बेनीवाल क्या सोचते हैं। ये या तो वे खुद जानते हैं या रामजी। मेरा जोर बसपा की ओर है, क्योंकि राजपा और बसपा का वोट बैंक मिला जुला है।