
विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रत्याशियों की सूची जारी होते ही चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। मसूदा विधानसभा सीट के लिए भाजपा ने एक बार फिर वर्तमान विधायक सुशीलकंवर पलाड़ा पर विश्वास जताया है। वहीं कांग्रेस ने समाचार लिखे जाने तक अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। चुनाव को लेकर कार्यकर्ता से लेकर पार्टी पदाधिकारी तक सक्रिय हो गए हैं। प्रस्तुत है मसूदा विधानसभा क्षेत्र पर खारीतट संदेश की यह विशेष रिपोर्ट…
बिजयनगर। आगामी 7 दिसम्बर को प्रदेश में होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की ओर से रविवार रात्रि को मसूदा सहित 131 विधानसभा क्षेत्रों के पार्टी टिकट की घोषणा के साथ ही क्षेत्र में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। मसूदा विधानसभा से पार्टी ने एक बार फिर वर्तमान विधायक सुशील कंवर पलाड़ा को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतार दिया है तो कांग्रेस कार्यकर्ता अपने पार्टी के प्रत्याशी के नाम की बाट बेसब्री से जो रहे हैं। वहीं भाजपा व कांग्रेस कार्यकर्ता हार-जीत की गणित लगाने में जुट गए हैं। भाजपा की पहली सूचि में ही मसूदा विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी की घोषणा के कारण भाजपा में अधिक सक्रियता देखी जा रही है। पार्टी ने रूठे हुए कार्यकर्ताओं की मान-मनौव्वल करना शुरू कर दिया है।
इस बार मसूदा विधानसभा क्षेत्र में कुल 2 लाख 55 हजार 925 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर विधायक निर्वाचित करेंगे। जबकि 2013 के विधानसभा चुनाव के समय विधानसभा क्षेत्र में कुल 2 लाख 21 हजार 896 मतदाता थे। बीते पांच वर्षों में विधानसभा में करीब 35 हजार मतदाता बढ़ गए हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में 1 लाख 67 हजार 103 मतदाताओं ने अपने वोट के अधिकार का उपयोग किया था।
इनमें 85 हजार 977 पुरुष व 81 हजार 126 महिला मतदाता शामिल थे। मतदान प्रतिशत 75.31 फीसदी रहा था और पहली बार विधानसभा चुनाव में अपना भाग्य आजमाने उतरी सुशील कंवर पलाड़ा को जीत मिली थी।
वहीं समाचार लिखे जाने तक भारतीय जनता पार्टी ने आसींद विधानसभा क्षेत्र से अपने प्रत्याशी को होल्ड पर रखा है। इस को लेकर न केवल पार्टी के कार्यकर्ता बल्कि राजनीति के जानकार भी सकते में हैं। राजनीतिक दलों के अलावा आम जनता में यह चर्चा का विषय है। तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि आसींद विधानसभा क्षेत्र में दावेदारों की संख्या अधिक होने के कारण पार्टी आलाकमान को किसी एक नाम पर मुहर लगाने में माथापच्ची करनी पड़ रही है। कयास तो यहां तक लगाया जा रहा है कि पार्टी इस बार किसी नए चेहरे की तलाश कर रही है।
भाजपा-कांग्रेस ने झेली बगावत
पिछले विधानसभा चुनाव के समय मसूदा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने सुशील कंवर पलाड़ा व कांग्रेस से ब्रह्मदेव कुमावत को मैदान में उतारा था। लेकिन रामचन्द चौधरी व वाजिद खान चीता ने अपनी अपनी ही पार्टी के खिलाफ बगावत कर चुनावी मैदान में ताल ठोक दी थी। इसी तरह भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष नवीन शर्मा ने भी टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल कर दिया था। यही नहीं भाजपा नेता शांतिलाल गुर्जर भी बगावत पर उतर आए थे और उन्होंने भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मसूदा विधानसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल कर दिया था। पिछले चुनाव में भारी भरकम वोटों का वजूद रखने वाले प्रत्याशियों के मैदान में उतर जाने से कांग्रेस व भाजपा के हार-जीत के समीकरण तेजी से बदले थे।
तस्वीर साफ नहीं
हालांकि निर्वाचन विभाग ने 12 से 19 नवम्बर तक नामांकन दाखिल करने का समय निश्चित किया है। इसके बावजूद अभी तक एक भी प्रत्याशी ने नामांकन दाखिल नहीं किया है। कांग्रेस की ओर से जहां प्रत्याशी के नाम की घोषणा होना बाकी है वहीं भाजपा की ओर से घोषित उम्मीदवार सुशील कंवर पलाड़ा 16 नवम्बर को नामांकन दाखिल करेंगी। निर्वाचन विभाग के मुताबिक मसूदा विधानसभा क्षेत्र में निर्वाचन विभाग से चुनाव लडऩे के इच्छुक 13 जने आवेदन पत्र प्राप्त कर चुके हैं लेकिन अब तक एक ने भी नामांकन दाखिल नहीं किया है।
पलाड़ा का नामांकन कल
मसूदा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी व वर्तमान विधायक सुशील कंवर पलाड़ा 16 नवम्बर शुक्रवार को विभिन्न मंदिरों में पूजा अर्चना के बाद दोपहर 12:30 बजे शुभ मुहुर्त में नामांकन दाखिल करेंगी। भाजपा के जिला महामंत्री दशरथसिंह सकराय ने बताया कि पलाड़ा शुक्रवार सुबह 08:15 बजे बांदनवाड़ा स्थित सत्यनारायण भगवान के मंदिर में दर्शन करने के बाद बिजयनगर पहुंचेंगी, जहां सुबह 9 बजे शिव मंदिर, लक्ष्मीनारायण मंदिर व गणेश मंदिर में भगवान के दर्शन करेंगी साथ ही महावीर भवन में जाकर जैन संतों का आशीर्वाद लेंगी। इसके बाद 27 मिल चौराहे स्थित हनुमान मंदिर, देवमाली स्थित भगवान देवनारायण मंदिर में दर्शन करेंगी। इसके बाद दोपहर 12:30 बजे शुभ मुहुर्त में रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष नामांकन दाखिल करेंगी। नामांकन के समय भीड़ जुटाने के लिए भाजपा कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर पूरी तरह सक्रिय हो गए हैं।