जयपुर। राजस्थान के श्रम एवं कौशल नियोजन मंत्री डॉ. जसवंत सिंह यादव ने बताया कि विभाग ने गत चार वर्ष में छह लाख से ज्यादा युवाओं को प्रशिक्षित किया है।
डॉ. यादव आज यहां राज्य सरकार के चार साल पूरे होने के अवसर पर यहां स्थानीय कौशल भवन में आयोजित प्रेस कॉफ्रेंस में बताया कि युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार से जोड़ने के लिए अनेक पहल की है और पिछले चार सालों में विभाग ने छह लाख से ज्यादा युवाओं को प्रशिक्षित किया तथा उन्हे फड़ पेन्टिंग्स, थेरापैटिक स्पा, ओरनामेन्टल फिशरीज आदि नवीन क्षेत्रों में कौशल प्रशिक्षण दिया गया जिससे युवाओं को विदेशों में भी रोजगार मिल सकेगा।
उन्होंने कहा कि विभाग ने भारत को पहला राजकीय कौशल विश्वविद्यालय, राजस्थान स्किल विश्वविद्यालय दिया है तथा भारतीय स्किल डवलपमेंट सेन्टर के साथ निजी कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना भी की है जो एनएसक्यूएफ स्तर की गुणवत्ता का प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। विभाग द्वारा प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण, स्विस दोहरी प्रशिक्षण प्रणाली, आई.टी.आई. मेंं विख्यात कम्पनियों द्वारा उत्कृष्टता के केन्द्राें की स्थापना की गई है तथा 923 नये राजकीय एवं निजी आई.टी.आई. स्थापित कर प्रशिक्षण क्षमता 3.87 लाख की गई है।
उन्होंने कहा कि गत तीन वर्षाें में आई.टी.आई. में 31 नए ट्रेड भी जोड़े गये है, इस प्रकार 1,936 आईटीआई (251 राजकीय एवं 1,685 निजी) के प्रबल नेटवर्क के साथ राजस्थान देश में दूसरे स्थान पर है।
इस दौरान उन्होंने एसईई विभाग का तीन फोल्ड जैकेट तथा दो वीडियो का अनावरण भी किया। इस उपलक्ष्य में विभाग द्वारा लीप स्किल तथा ईएलएसटीपी स्कीम के तहत दस एमओयू पर हस्ताक्षर भी किये गये।
इस अवसर पर एसईई के सचिव टी रविकान्त ने बताया कि आरएसएलडीसी ने दस विभागों के साथ मिलकर अभिसरण किया है जिसमें राजस्थान संस्कृत अकादमी शामिल है और दो पाइपलाईन में है। इसके तहत 41,127 से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है। इसके साथ विभाग ने 898 मेलों का आयोजन कर 4.5 लाख से अधिक युवाओ को लाभान्वित किया है।
- Devendra
- 21/11/2017
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