हैदराबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक उद्यमिता शिखर सम्मेलन (जीईएस) में हिस्सा ले रहे उद्यमियों से आगे आने और ‘ मेक इन इंडिया ’ में अपनी सहभागिता और देश में निवेश की अपील करते हुए आज कहा कि यह भारत के लिए ही नहीं बल्कि विश्व के लिए भी अच्छा होगा।
श्री मोदी ने यहां हैदराबाद इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में एक रंगारंग समारोह में जीईएस का शुभारंभ किया। उन्होंने सम्मेलन में हिस्सा ले रहे उद्यमियों से भारत में विकास का साझेदार बनने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि उन्हें उनकी आवश्यकतानुसार सहायता उपलब्ध करायी जायेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें बताया गया कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने नवम्बर-2017 को ‘राष्ट्रीय उद्यमिता माह ’ घोषित किया है।
उन्होंने महिला सशक्तिकरण को विकास के लिए अत्यावश्यक बताते हुए कहा कि प्राचीन समय से महिलायें अपनी ताकत का अहसास कराती रही है और हिन्दू मान्यता के मुताबिक महिलाओं को शक्ति की देवी निरुपित किया गया है।
उन्होंने अपने संबोधन में व्यवसाय, विज्ञान और खेल समेत विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय महिलाओं की महत्वपूर्ण उपलब्धियों का बखान करते हुए खेल क्षेत्र में हैदराबाद की सायना नेहवाल, सानिया मिर्जा और पी वी सिंधु तथा अंतरिक्ष विज्ञान में कल्पना चावला एवं सुनीता विलियम्स के योगदान का उल्लेख किया।
मोदी ने कहा कि देश की चार पुराने उच्च न्यायालयों में से तीन उच्च न्यायालयों की अगुआई महिला न्यायाधीश कर रही है। गुजरात में दूध सहकारिता अौर प्रसिद्ध लिज्जत पापड़ की सफलता काे उन्होंने एक बड़ा उदाहरण बताया और कहा कि कृषि क्षेत्र में भी महिलाओं की 50 प्रतिशत भागीदारी है। उन्होंने कहा कि भारत में महिलाओं की योग्यता तथा संकल्पशीलता को देखते हुए उन्हें हमेशा बढ़ावा दिया गया है।
प्रधानमंत्री ने ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति और ब्राडबैंड सेवाओं के साथ ही यहां के लाेगों के लिए विभिन्न योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि एक समग्र उर्जा नीति विचाराधीन है।
उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया में पहली वैश्विक उद्यमिता शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया है। सम्मेलन का उद्देश्य अग्रणी निवेशकों, उद्यमियों, अकादमिक हस्तियों और विचारकों को वैश्विक उद्यमिता प्रणाली के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने कहा, “ यह सम्मेलन न केवल सिलिकॉन वैली को हैदराबाद से जोड़ेगा बल्कि अमेरिका और भारत और नजदीक आयेंगे। हम उद्यमिता और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
उन्होंने कहा कि सम्मेलन में स्वास्थ्य एवं विज्ञान, डिजीटल इकोनाेमी एवं फाइनेंसियल टैक्नालॉजी, उर्जा एवं आधारभूत संरचना तथा मीडिया एवं मनोरंजन को विषयसूची में रखा गया है तथा मानवजाति की खुशहाली के लिए ये सभी महत्वपूर्ण और प्रासंगिक हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जीईसी में हिस्सा ले रहे प्रतिनिधियों में 50 प्रतिशत से अधिक महिला प्रतिनिधि हैं तथा अगले दो दिनों में ये सभी विभिन्न क्षेत्रों की नामचीन महिला हस्तियों के साथ बैठक करेंगी तथा उद्यमिता पर नयी पीढ़ी को प्रेरित करेंगी। उन्होंने उम्मीद जतायी कि महिला उद्यमिता को और कैसे बढ़ावा दिया जा सकता है , इस पर विचार-विमर्श किया जायेगा।