बारां। सुप्रीम कोर्ट की ओर से पर्यावरण स्वीकृति के बिना रेत बजरी के खनन पर रोक लगाने के बाद से राजस्थान के बारां जिले में बनास की रेत का पहुंचना बंद हो गया है। इसका निर्माण कार्यों पर असर पड रहा है।
वर्तमान में सरकारी निजी क्षेत्र में करीब ढाई हजार निर्माण कार्य रुक गए हैं। जिले में पार्वती, परवन नदी से अवैध रूप से रेत की निकासी जारी है। उधर, रेत के दाम भी दो से ढाई गुना ज्यादा वसूले जा रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट की ओर से करीब 15 दिन पहले नदी आदि स्थलों से पर्यावरणीय स्वीकृति के बिना रेत के खनन पर रोक लगा दी।
इसके बाद से बनास से आने वाली रेत जिले में नहीं पहुंच रही हैं। नदी-नालों से चोरी-छीपे अवैध रूप से बजरी का दोहन करने वाले खनन माफियाओं ने भी अब बजरी के दाम दोगुने कर दिए हैं। इससे सरकारी निर्माण के साथ निजी भवनों का कार्य भी अटक गया है।