नई दिल्ली। राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के क्रम में विवादित ढांचे (बाबरी मस्जिद) को ढहाए जाने के 25 साल पूरे होने पर केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
यह सलाह सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को जारी की गई है। इसमें राज्यों से सद्भाव का वातावरण बनाए रखने के लिए 2008 में जारी हुई गाइड लाइन के अनुरुप कदम उठाने को कहा गया है।
गृह मंत्रालय 6 दिसंबर 1992 को विवादित ढांचा ढहाए जाने के बाद से हर साल दिसंबर महीने में यह सतर्कता बरतने का निर्देश देता है। लेकिन इस साल उसकी सलाह का काफी महत्व है। पांच दिसंबर 2017 से उच्चतम न्यायालय इस मामले की सुनवाई कर रहा है।
उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता में पीठ इस मामले के पक्षकारों की दलील सुन रही है। अदालत में 8 दिसंबर को इस मामले में फिर सुनवाई होनी है। वहीं बुधवार 6 दिसंबर को विवादित ढांचा गिराए जाने के 25 साल पूरे हो रहे हैं।
विहिप का जश्न
6 दिसंबर को विश्व हिन्दू परिषद(विहिप) और बजरंग दल शौर्य दिवस के रूप में मनाता है। हर साल इसको लेकर देश के करीब 100-150 हिस्सों में आयोजन होता है, लेकिन इस बार दोनों संगठनों ने करीब 2000 स्थानों में इसे मनाने की तैयारी की है।
शौर्य दिवस को गुजरात में भी तमाम शहरों में मनाने की योजना है। कई बड़े कार्यक्रम भी आयोजित किए गए हैं। विहिप सूत्रों के अनुसार बड़े स्तर मनाए जाने वाले कार्यक्रमों में 30-40 हजार लोगों के आने की संभावना है।