
नई दिल्ली। (वार्ता) भीषण चक्रवाती तूफान अम्फान बंगाल के तट पर पहुंच चुका है और इसकी वजह से पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कई क्षेत्रों में जोरदार बारिश हो रही है। मौसम विभाग के महानिदेेशक मृत्युंजय मोहपात्रा ने बुधवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि यह तूफान पश्चिम बंगाल के तट से टकरा गया है। तट से टकराने की यह की प्रक्रिया अपराह्न 2.30 बजे शुरू हुई थी। यहां अनेक क्षेत्रों में पेड़ उखड़ कर गिर गये हैं।
कल रात से इसका असर ओडिशा के उपर हो गया था और इसकी वजह से ओडिशा के तटीय जिलों मे काफी तेज बारिश हो रही थी और हवाओं की रफ्तार भी सैंकड़ो किलाेमीटर प्रति घंटा से अधिक दर्ज की गई। ओड़िशा और बंगाल के अनेक हिस्सों में जोरदार बारिश हो रही हैं। भद्रक और बालासोर में तेज हवाएं चल रही हैं। राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक के मुताबिक एस एन प्रधान ने इस चक्रवाती तूफान को लेकर की गई तैयारियों की जानकारी देते हुए कहा कि ओड़िशा में 20 और पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की 20 टीमें तैनात कर दी गई हैं और केन्द्रीय मुख्यालय तथा ओडिशा और पश्चिम बंगाल में स्थानीय मुख्यालय के बीच लगातार इसे लेकर संपर्क जारी है। ये सभी टीमें वायरलेस और सेटेलाइट संचार प्रणााली से युक्त हैं। इनके अलावा दो टीमों को तैयार रखा गया हैं।
उन्होंने बताया कि इससे पहले आए तूफान फैनी से सबक लेते हुए सभी टीमों के पास पेड़ और लोहे के खंबे काटने वाले उपकरण हैं और तूफान के गुरजने के बाद इस तरह की स्थितियों से निपटा जा सके। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इन सभी टीमों को पीपीई और आवश्यक उपकरण दिए गए हैं। इन टीमों ने संबद्व जिलों और स्थानीय प्रशासन से संपर्क बना लिया हैं और ये सभी मिलकर काम कर रहे हैं। टीमें लोगों को लाउडस्पीकर के जरिए लोगों को कोविड के दौरान सावधानी बरतने और तूफान के दौरान किए जाने वाले एहतियाती उपायों के बारे में पहले ही जागरुक कर चुकी है। उन्होेंने बताया कि पश्चिम बंगाल से पांच लाख से अधिक और ओडिशा से डेढ़ लाख से अधिक लोगों को तूफान की आशंका के चलते पहले ही सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया था। एनडीआरएफ की टीमें दीघा, पूर्वी मेदिनीपुर,काकद्वीप, रामनगर में लोंगों को सावधानी बरतने के लिए समझा रही हैं।