नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गुजरात विधानसभा के चुनाव प्रचार के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर लगाये गये आरोप को लेकर कांग्रेस सदस्यों ने आज संसद के दोनों सदनों मेें जबर्दस्त हंगामा किया जिसके कारण कार्यवाही बाधित हुयी और दोनों सदनों में प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं हो सका।
कांग्रेस की मांग है कि इस आरोप के लिये श्री मोदी को माफी मांगनी चाहिये। दोनों सदनों में कार्यवाही शुरु होते ही कांग्रेस सदस्यों ने ‘प्रधानमंत्री माफी मांगें’ के नारे लगाने के नारे लगाने लगे जिससे हंगामा शुरु हो गया। पीठासीन अधिकारियों ने कार्यवाही चलाने के प्रयास किये लेकिन नारेबाजी और भारी शोरगुल के कारण उन्हें कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
राज्य सभा में कांग्रेस सदस्यों के नारेबाजी पर सभापति एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि यह बयान सदन से बाहर दिया गया है, इसलिए सदन में माफी मांगने का औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि इस तरह हंगामा कर सदन को बाधित नहीं किया जा सकता क्योंकि प्रश्नकाल में सदस्यों को प्रश्न पूछने का अधिकार है। इसके बावजूद कांग्रेस सदस्यों के हंगामा जारी रखने पर श्री नायडू ने सदन की कार्यवाही दोपहर बाद दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
कांग्रेस के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित।
लोकसभा में अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने बजे जैसे ही प्रश्नकाल आरंभ करने की घोषणा की। रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे ने जवाब देना आरंभ किया तभी कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस के सदस्य अपने स्थान पर खड़े हो गए। कांग्रेस के सदस्य अध्यक्ष के अासन के समीप आ गए और उन्होंने ‘प्रधानमंत्री माफी मांगो’ के नारे लगाने शुरू कर दिए। सदन में उस वक्त श्री मोदी भी मौजूद थे। श्रीमती महाजन ने हंगामा शुरू होने पर तुरंत ही सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित करने की घोषणा कर दी। कार्यवाही दोबारा शुरु होने पर कांग्रेस सदस्यों ने फिर हंगामा शुरु कर दिया जिससे कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी।