उदयपुर। राजस्थान में उदयपुर शहर फोस्टर पेरेन्ट्स के मामलों में देशभर में प्रथम स्थान पर हैं।
यह जानकारी उदयपुर आए केन्द्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण की सलाहकार समिति के अध्यक्ष एम.रामचन्द्रा रेड्डी ने दी।
उन्होंने बताया कि देश के लगभग 10 राज्यों में उदयपुर मॉडल की तर्ज पर उन बच्चों को फोस्टर पेरेन्ट्स को गोद दिया जा रहा है जो किसी विधिक कारणवश पूरी तरह से गोद नहीं दिए जा सकते।
उदयपुर में कल निरीक्षण के दौरान शिशुगृह एवं किशोरगृह की व्यवस्थाओं को देखकर रेड्डी संतुष्ट हुए एवं यहां कार्यरत स्टाफ की सराहना की।
रेड्डी में कहा कि शिशुगृह की क्षमता को बढ़ाए जाने की आवश्यकता है ताकि और अधिक बच्चों को रखने की सुविधा हो सके।
इस बारे में महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रमुख शासन सचिव से चर्चा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि निरीक्षण के साथ ही यहां की कार्यप्रणाली का अध्ययन भी किया गया है जिसके बारे में अन्य राज्यों को जानकारी प्रदान की जाएगी ताकि वहां के बच्चों को भी फोस्टर पेरेन्ट्स के रूप में पालनहार मिल सके।
निरीक्षण के पश्चात उन्होंने जिले की विशेषज्ञ दत्तक ग्रहण एजेन्सी एवं जिला बाल कल्याण समिति के साथ बैठक कर विभिन्न मुद्दो पर विस्तार से चर्चा की।
इससे पूर्व वे उदयपुर के पारिवारिक न्यायालय के न्यायाधीश से भी मुलाकात कर लम्बित 14 दत्तक प्रकरणों के संबंध में चर्चा की।