श्रीनगर, 22 दिसंबर (वार्ता) कश्मीर घाटी में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए आज सुबह से शहर-ए-खास (एसईके) और श्रीनगर के पुराने शहरों में कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लगाए गए हैं।
अलगाववादियों ने सुरक्षा बलों पर नागरिकों की कथित हत्या करने और पेलेट गन चलाने का आरोप लगाते हुए आज नमाज के बाद लोगों से विरोध
प्रदर्शन करने का अाह्वान किया है।
पुलिस के अनुसार एसईके तथा श्रीनगर के पुराने शहरों के तहत आने वाले पांच थानों एम आर गुंज, सफा कदल, नौहट्टा, खन्यार और रैणवड़ी में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए निषेधाज्ञा लागू किया गया है।
क्रल्खुद और मैसुमा थानों के कुछ इलाकों में भी प्रतिबंध लगाये गये हैं।
ज्वाइंट रेजिस्टेंस लीडरशिप (जेआरएल) के सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज मौलवी उमर फारूक और मोहम्मद यासीन मलिक ने लोगों से आज की नमाज के बाद अपने अपने क्षेत्रों में विरोध करने का अाह्वान किया है।
उदारवादी हुर्रियत कान्फ्रेंस (एचसी) के अध्यक्ष मीर मीरवाइज के गढ़ ऐतिहासिक जामिया मस्जिद के मुख्य द्वार
को फिर से बंद कर दिया गया और नमाजियों को अंदर जाने से रोकने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों और राज्य पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया।
मस्जिद की ओर जाने वाली सभी सड़कों को सुरक्षा बलों ने कंटीले तारों से बंद कर दिया गया है और लोगों को
घर में रहने के निर्देश दिए जा रहे हैं।
जामिया मार्केट के पास बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों तैनात किया गया है।
नौहट्टा, गोजवाड़ा और ख्वाजा बाजार की मुख्य सड़क को भी कई जगहों पर बंद कर दिया गया और बाहरी इलाकों से आने वाले लोगों को वैकल्पिक मार्ग तलाशने के निर्देश दिये गये। जामिया मस्जिद को आज लगातार तीसरे शुक्रवार को कानून- व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए बंद किया गया है।