
बिजयनगर स्थित पटेल कॉलोनी के गर्ग परिवार पर हुआ वज्रपात, गली में पसरा सन्नाटा
बिजयनगर। कस्बे की पटेल कॉलोनी में लोग अपने काम धंधे जाते और आते समय गर्ग परिवार के जिन बुजुर्ग दम्पती को राम-राम कहकर उनसे बतियाते हुए सुबह शाम गुजरते थे उन्हें चार दिन के अंतराल में काल के क्रूर हाथों ने छीन लिया।
इससे जहां गर्ग परिवार में गमगीन माहौल है, वहीं पूरी गली में सन्नाटा पसरा हुआ है। ऐसा हो भी क्यूं नहीं, आखिरकार इस बस्ती के वयोवृद्ध पंडित बजरंगलाल और उनकी पत्नी रूकमणी देवी बस्ती के लोगों का साथ जो छोड़ गए।
पटेल कॉलोनी निवासी सेवानिवृत्त अध्यापक भंवरलाल गर्ग अपने बुजुर्ग पिता बजरंगलाल व माता रूकमणी देवी व भरे-पूरे परिवार के साथ वह रह रहे थे। अचानक 26 दिसम्बर को उनकी अस्वस्थ माताजी रूकमणी देवी गिर गई जिससे उनके पैर में फ्रैक्चर हो गया। इस पर भंवरलाल गर्ग व उनके पुत्रों ने उन्हें भीलवाड़ा निजी अस्पताल में भर्ती कराकर ऑपरेशन करवाया और दो दिन बाद घर ले आए।
इसी बीच 29 दिसम्बर को गर्ग परिवार के 88 वर्षीय बीमार पिता बजरंगलाल ‘महाराज’ इस दुनिया से रूखसत हो गए। इस पर परिवार के लोगों ने वैदिक विधि से उनका अंतिम संस्कार करवाया। उधर ‘महाराज’ की चिता की आग ठंडी भी नही हुई थी कि पति के वियोग में उनकी पत्नी रूकमणी देवी भी सांसारिक दुनिया को अलविदा कह गईं।
मात्र चार दिन के अंतराल में एक ही परिवार के बुजुर्ग दम्पती की मौत ने जहां गर्ग परिवार को भीतर से झकझोर कर रख दिया वहीं पूरे मोहल्ले के लोग व गर्ग परिवार के शुभचिंतक व परिचित लोग भी स्तब्ध रह गए। गर्ग परिवार पर हुए इस वज्रपात के कारण लोग उन्हें ढाढ़स बंधाने के लिए पहुंच रहे हैं।
गौरतलब है कि ‘महाराज’ व उनकी पत्नी को मोहल्ले के युवा व बच्चे दादाजी-दादीजी के नाम से सम्बोधित करते थे। उनके इर्द-गिर्द बच्चों की टोलियां खेलती रहती थी। आज उस गली में सन्नाटा पसरा है।