
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 जनवरी को राजस्थान के पचपदरा में बारमेर रिफाइनरी का शिलान्यास करेंगे।
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि 43,129 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाली इस रिफाइनरी की शोधन क्षमता 90 लाख टन सालाना होगी। इसमें 74 प्रतिशत हिस्सेदारी हिंदुस्तान पेट्रोलियम की और 26 प्रतिशत राजस्थान सरकार की होगी। चार साल में परियोजना के पूरा होने की उम्मीद है।
निर्माण के दौरान जब कार्य चरम पर होगा परियोजना में 40 हजार लोगों को परोक्ष रोजगार मिलेने की उम्मीद है जबकि एक हजार लोगों को रिफाइनरी में सीधे रोजगार मिलेगा।
उद्घाटन के मौके पर श्री मोदी के अलावा राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद होंगे।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि इससे पहले 22 सितंबर 2013 में बारमेर में ही परियोजना का शिलान्यास किया जा चुका है। उस समय कांग्रेस की तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने शिलान्यास किया था। लेकिन, जमीनी स्तर पर कोई काम शुरू नहीं हो सका था।
जमीन का अधिकार भी सिर्फ कागजों पर था।
विज्ञप्ति के अनुसार इस बार नये सिरे से परियोजना पर काम किया गया है जिससे राज्य सरकार पर पड़ने वाला वित्तीय बोझ 56,040 करोड़ से घटकर 16,845 करोड़ रुपये रह जायेगा। इसके अलावा 4,567.32 एकड़ जमीन का आवंटन करके चाहरदीवारी का ठेका भी दिया जा चुका है।