
उदयपुर। वेदांता समूह की कंपनी हिन्दुस्तान जिंक ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान 2230 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है।
कंपनी के हैड कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन पवन कौशिक ने बताया कि निदेशक मण्डल की आज आयोजित बैठक में 31 दिसम्बर 2017 को समाप्त तीसरी तिमाही एवं नौ माही के वित्तीय परिणामों की घोषणा की। बैठक में बताया कि कंपनी ने 5846 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया जो पिछली तिमाही की तुलना में 12 प्रतिशत तथा गत वर्ष की समान अवधि की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है।
बैठक में कंपनी के चैयरमेन अग्निवेश अग्रवाल ने कहा कि इस दौरान अब तक के कुल उत्पादन में भूमिगत खदानों का 85 प्रतिशत योगदान रहा है और कंपनी अपने भूमिगत खनन में बदलाव के लिए पूरी तरह से सफल रही है। हमारी परिवर्तनकारी यात्रा में गत छह वर्षों में लगातार धातु कीमतों में वृद्धि, उत्कृष्ट उत्पादन, लाभप्रदता और रिकॉर्ड लाभांश दिया है। कंपनी 1.2 मिलियन मैट्रिक टन खनिज धातु उत्पादन करने के लक्ष्य की ओर अग्रसर है।
चालू वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही में खनिज धातु का उत्पादन 240000 टन हुआ है जो पिछली तिमाही की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है। नौ:माही के दौरान खनिज धातु का उत्पादन 693000 टन हुआ है जो गत वर्ष की समान अवधि की तुलना में 16 प्रतिशत अधिक है।
इस दौरान एकीकृत जस्ता धातु का 200000 टन उत्पादन हुआ जो इसी वर्ष की पहली तिमाही की तुलना में चार प्रतिशत अधिक है। एकीकृत सीसा धातु का उत्पादन 46000 टन रहा है जो पिछली तिमाही की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक है। चांदी धातु का उत्पादन 132 मैट्रिक टन हुआ जो पिछली तिमाही की तुलना में छह प्रतिशत कम परन्तु गत वर्ष की समान अवधि की तुलना में 12 प्रतिशत अधिक दर्शाता है।