रंगों का त्यौहार बिजयनगर व गुलाबपुरा सहित आसपास के क्षेत्रों में पूरे उत्साह व उमंग के साथ मनाया गया। अच्छी बात रही कि रंगों के इस त्यौहार में उमंग तो दिखा पर उन्माद नहीं। यही इस पर्व की खूबसूरती है और पहचान भी। हालांकि पूरे क्षेत्र में होली का त्यौहार शांतिपूर्ण सम्पन्न हो, इसके लिए शहर के विभिन्न चौराहों पर पुलिस के जवान अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद दिखे।
त्यौहार से पूर्व विभिन्न थाने में शांति समिति की हुई बैठक में दी गई सलाह का भी काफी हद तक असर दिखा। इसके लिए पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी को बहुत बहुत साधुवाद। उम्मीद है कि सोमवार को शीतला सप्तमी भी इसी सौहाद्र्रपूर्ण वातावरण में मनाई जाएगी। कोरोनाकाल के बाद पर्व-त्यौहार में धीरे-धीरे रंगत बढऩे लगी है। इस बात पर भी खुशी जाहिर करनी चाहिए कि बिजयनगर में रंगों के इस त्यौहार में कहीं कोई ‘बदरंग’ का दाग नहीं लगा। इसके लिए बिजयनगर के तमाम नागरिकों को साधुवाद और शीतला सप्तमी की अग्रिम शुभकामनाएं।
गुरु पन्ना की धरती पर एक बार फिर मुनिवृंदों का आगमन हुआ है। आचार्य वर्धमान सागर जी म.सा. का संघ सहित बिजयनगर वासियों ने तहेदिल से स्वागत-वंदन किया। यही गुरु पन्ना की धरती बिजयनगर की परम्परा रही है। फिर भी, कोई कसक रह गई हो तो मुनिवृंद हम बिजयनगर वासियों को आशीर्वाद और अपना स्नेह बरसाने में कंजूसी नहीं बरतेंगे। जय हिन्द।
दिनेश ढाबरिया, सम्पादक