
जयपुर। संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत के खिलाफ प्रदर्शन अब उग्र होने लगा है। राजस्थान सहित गुजरात व उत्तर प्रदेश में करणी सेना व अन्य राजपूत संगठनों पद्मावत फिल्म के बैन की मांग कर रहे है। वहीं राजस्थान में चित्तौड़गढ़ सहित दस से अधिक जिलों में करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने सड़कों से लेकर सिनेमाघरों तक में प्रदर्शन कर फिल्म को रिलीज नहीं करने की मांग की। इससे पूर्व रविवार को चित्तौड़गढ़ में राजपूत समाज की महिलाओं ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर इच्छा मृत्यु की मांग की।
पद्मावत फिल्म को बैन करने की मांग पर अड़े करणी सेना व राजपूत संगठन सभी से फिल्म को नहीं देखने की मांग कर रहे है। वहीं चित्तौड़गढ़ में राजपूत समाज की 200 महिलाओं ने जिला प्रशासन को एक पत्र सौंपा। जिसमें कहा गया है कि यदि फिल्म रिलीज होती है तो वे इच्छा मृत्यु की मांग करती है। जिसकी अनुमति उन्हें दी जाए। इससे पूर्व जौहर क्षत्राणी मंच की ओर से स्वाभिमान रैली भी निकाली गई।
राजस्थान में अभी तक पद्मावत फिल्म का विरोध कर रहे करणी सेना समर्थकों ने कही भी तोड़फोड़ नहीं की। लेकिन कोटा, जयपुर, जोधपुर, उदयपुर सहित कई जिलों में प्रदर्शन लगातार जारी है। करणी सेना के कार्यकर्ता सिनेमाघर संचालकों से जाकर मिल रहे है फिल्म प्रदर्शन नहीं करने की मांग कर रहे है। वहीं पुलिस प्रशासन ने राजस्थान में उग्र प्रदर्शन की संभावना को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।
संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत 25 जनवरी को रिलीज हो रही है। इसके बैन की मांग करे रहे राजपूत समाज की 1900 से ज्यादा महिलाओं ने जौहर की चेतावनी दी है। करणी सेना के अनुसार जौहर ज्वाला कार्यक्रम 24 जनवरी को होगा। यह कार्यक्रम चित्तौड़ दुर्ग के जौहर स्थल पर करने का निर्णय किया गया है। करणी सेना का दावा है कि इस कार्यक्रम के लिए कई राज्यों से महिलाएं आ रही है।
राजस्थान सरकार आज सुप्रीम कोर्ट में पद्मावत फिल्म के खिलाफ रिव्यू पिटीशन दाखिल कर सकती है। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के देशभर में फिल्म रिलीज के फैसले के बाद राजपूत समाज सरकार पर लगातार कार्रवाई का दबाव बना रहा है। इसी के चलते राजस्थान सरकार की ओर से बीते दो तीन दिनों से काननूी राय ली जा रही है।