
बहरमपुर। (वार्ता) पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद जिले के दौलताबाद में आज सुबह एक बस के पुल की रेलिंग को तोड़ते हुए नहर में जा गिरने से कम से कम 36 लोगों की मौत हो गई। बस में 60 से अधिक यात्री सवार थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार एनबीएसटीसी की इस बस को दो क्रेनों की मदद से पानी से बाहर निकाल लिया गया है। यह बस करीमपुर से माल्दा जा रही थी। यह हादसा कोलकाता से लगभग 220 किमी दूर दौलताबाद में हुआ।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने सभी आधिकारिक कार्यक्रम रद्द करके घटनास्थल पर पहुंच गयीं। वह मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पर स्वयं नजर रख रही हैं। उन्होंने मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को एक लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
अस्पताल सूत्रों के मुताबिक कम से कम 36 शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। हादसे में मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। राज्य के परिवहन मंत्री सुवेंदु अधिकारी ने अन्य अधिकारियों के साथ हेलीकॉप्टर से मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य का जायजा लिया। हादसे में बचे लोगों ने बताया कि बस चालक हादसे के समय मोबाइल पर बात कर रहा था। हालांकि हादसे के वास्तविक कारणों का अब तक पता नहीं चल सका है।
बचाव अभियान के लिए घटनास्थल पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि पुल लंबे समय से जर्जर स्थिति में था। स्थानीय लोगों ने पुल की स्थिति को लेकर बेहद नाराजगी जतायी और विलंब से पहुंचने का आरोप लगाकर पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने उग्र भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठी चार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। गुस्सायी भीड़ ने कुछ पुलिस वाहनों को आग भी लगा दी।
लापता यात्रियों की तलाश के लिए गोताखोरों और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) कर्मियों की मदद ली गई। स्थानीय लोग भी राहत के काम में सहयोग कर रहे हैं। हादसे के बाद तैरकर जान बचाने वाले कुछ लोगों ने बताया कि चालक फोन पर बात करते हुए एक ट्रक को ओवरटेक करने की कोशिश कर रहा था, तभी यह दुर्घटना हुई।