
खारीतट सन्देश। वित्त मंत्री अरुण जेतली द्वारा वीरवार को पेश किए गए बजट के दौरान बाजार उनसे निराश नजर आया। मोदी सरकार के राज में पिछले 5 साल में यह तीसरा मौका था जब बाजार को बजट से निराशा हाथ लगी। वित्त मंत्री अरुण जेतली के बजट के दौरान बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया। एक वक्त ऐसा भी आया जब वित्त मंत्री करों के संबंध में घोषणा कर रहे थे और शेयर बाजार करीब 350 अंत तक टूट गया। सैंसेक्स 331 और निफ्टी 110 अंक गिर कर कारोबार करने लगे लेकिन कुछ ही देर में बाजार संभला और अंत में सैंसेक्स 58.36 और निफ्टी 10.80 अंक गिर कर बंद हुआ।
इससे पहले 2014 में वित्त मंत्री अरुण जेतली के पहले बजट के दौरान शेयर बाजार ने 348 अंक का गोता लगाया था और 11 जुलाई 2014 को बजट के दिन निफ्टी 108 अंक गिर कर बंद हुआ था। हालांकि 2015 में शेयर बाजार में उछाल देखा गया और सैंसेक्स 141 व निफ्टी 57 अंक चढ़ कर बंद हुए। 2016 के बजट के दौरान भी शेयर बाजार में गिरावट देखी गई और सैंसेक्स 152 अंक तक लुढ़क गया। पिछले साल का बजट बाजार को काफी पसंद आया था और सैंसेक्स में 485 अंक का उछाल देखा।
10 साल में 6 बार गिरा बाजार
पिछले 10 बजट के दौरान शेयर बाजार को 6 बार निराशा हाथ लगी है। इससे पहले यू.पी.ए. के कार्यकाल के दौरान 2009 में बाजार में रिकार्ड गिरावट देखी गई थी। 6 जुलाई 2009 को बजट के दिन सैंसेक्स 870 अंक लुढ़क गया था, जबकि 2012 के बजट के दौरान सैंसेक्स में 210 अंक व 2013 के बजट के दौरान सैंसेक्स में 290 अंक की गिरावट देखी गई थी।