ऐसा कभी सपने में भी नहीं सोचा था…

  • Devendra
  • 15/02/2018
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भारत विकास परिषद शाखा बिजयनगर के विवाह सम्मेलन में आई दुल्हन ने कहा
बिजयनगर। विशाल पाण्डाल, गाजे-बाजे, धूम धड़ाका, भव्य शोभायात्रा और लजीज भोजन व्यवस्था से लबरेज शानदार शादी समारोह में मेरे जैसी 29 युवतियों के हाथ पीले होंगे ऐसा कभी सपने में भी नहीं सोचा था। लेकिन यह सपना साकार किया भारत विकास परिषद की बिजयनगर शाखा ने, हम उनके इस परोपकार का शब्दों में बयां नहीं कर सकती।

यह कहना था भारत विकास परिषद की ओर से गत 11 फरवरी को आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में शादी के लिए पहुंची एक जरूरतमंद परिवार की युवती का। इस युवती ने कहा शादी को लेकर परिवार की चिंता को भारत विकास परिषद ने एक पल में खत्म कर दी। भारत विकास परिषद की ओर से यहां कृषि उपज मंडी परिसर में आयोजित सर्व हिन्दू समाज सामूहिक सरल विवाह सम्मेलन का नजारा किसी बड़े मेले से कम नहीं था।

विवाह सम्मेलन की शुरुआत गुलाबपुरा के चारभुजानाथ मंदिर से की गई। मंदिर से सुबह 07:30 बजे गुलाबपुरा पालिकाध्यक्ष धनराज गुर्जर सालिगरामजी की बारात लेकर गाजे-बाजे के साथ बिजयनगर कृषि उपज मंडी परिसर पहुंचे, जहां बिजयनगर पालिकाध्यक्ष सचिन सांखला और भारत विकास परिषद के पदाधिकारियों और सदस्यों ने बारात का भव्य स्वागत किया।

यहां अल्पाहार के बाद दूल्हा-दुल्हन के 29 जोड़ों व सालिगरामजी सहित तुलसीजी की शोभायात्रा गाजे-बाजे व धूम धड़ाके के साथ निकाली गई, जो नगर के मुख्य मार्गों से होती हुई पुन: मंडी परिसर पहुंची। वहां पर तोरण की रस्म अदा की गई। उसके बाद विवाह समारोह में भामाशाहों व अतिथियों का भाविप सदस्यों ने स्वागत किया। गुलाबपुरा पालिकाध्यक्ष धनराज गुर्जर ने अपने सम्बोधन में कहा कि इस विवाह समारोह के कारण गुलाबपुरा और बिजयनगर के लोगों के सम्बंध और प्रगाढ़ हुए हैं।

वहीं भाविप के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेशचन्द गुप्ता ने कहा कि ऐसे आयोजन कर भाविप की बिजयनगर शाखा ने अनूठी मिसाल कायम की है। कन्यादान-महादान है और इससे बड़ा कोई पुण्य का कार्य नही हैं। समारोह में मंच संचालन डी.सी. जैन व डॉ. कुंजलता सारस्वत ने किया। इसके बाद वर वधु को विवाह मंडप में ले जाया गया, जहां पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ दूल्हा-दुल्हन को सात वचनों के साथ सात फेरे दिलाए और हर सुख दु:ख में एक-दूसरे का साथ निभाने की कसम दिलवाई।

विवाह सम्मेलन के अवसर पर सम्मेलन समिति के अध्यक्ष रतनलाल नाहर के नेतृत्व में भाविप के पदाधिकारी दिनेश कोगटा, राजेश सोनी, जितेन्द्र पीपाड़ा, विनोद नाहर, मनोज टेलर, दिलीप मेहता, महावीर जांगिड़, योगेश शर्मा सहित सभी भारत विकास परिषद के सदस्य मौजूद थे।

घोड़ी बिदकी, दूल्हा नीचे
शोभायात्रा के लिए जिस समय दूल्हे घोड़ी पर सवार हो रहे थे तो उसी समय एक घोड़ी बिदक गई और जो दूल्हा घोड़ी पर सवार होकर दो कदम ही आगे बढ़ा था उसे घोड़ी ने जमीन पर गिरा दिया। दर्द से कराहते हुए जैसे-तैसे दूल्हा खड़ा हुआ तो परिषद के सदस्यों ने उसे ट्रैक्टर में बिठा दिया और कुछ दूर आगे ले जाने के बाद पुन: उसे घोड़ी पर बैठने के लिए राजी कर लिया। डरा-सहमा दूल्हा भगवान का नाम लेकर घोड़ी पर सवार हो गया।

ये दिए उपहार
दुल्हनों को कन्यादान में प्रत्येक को बैस, नाक के लौंग, कान के लौंग, पायजेब, बिछुड़ी, मंगलसूत्र, शृंगारदान, सुहाग चूड़ा, गृहस्थी के जरूरतमंद बर्तन, पलंग, अलमारी, सिलाई मशीन, पंखा, प्रेस, कुर्सी टेबल, हेलमेट आदि दिए।

उमड़ा भीड़ का हुजूम
विवाह सम्मेलन में उम्मीद से ज्यादा भीड़ पहुंच जाने के कारण एक बार तो व्यवस्थाएं भंग होने के खतरे को देखते हुए भारत विकास परिषद के सदस्यों के हाथ-पांव फूल गए, लेकिन सूझ-बूझ से व्यवस्थाओं को वे अंजाम देने में सफल हुए। हालांकि इस दौरान कुछ जेबकतरों ने लोगों की जेब पर हाथ साफ कर दिया। इस दौरान एक जेबकतरा लोगों के हत्थे चढ़ गया जिसे लोगों ने बुरी तरह पिटाई कर दी।

यह दिलाई शपथ
विवाह समारोह में भारत विकास परिषद की ओर से परिणय सूत्र में बंधने वाले युवकों व युवतियों को अपने परिवार को नशा मुक्त बनाने, कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ आवाज बुलंद करने, घर के बच्चों को शिक्षा से जोडऩे, जीवन में हर कदम पर स्वच्छता को अपनाने की शपथ दिलाई।

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