
नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने आज कहा कि श्रेष्ठ,सशक्त और शक्तिमान भारत का निर्माण तभी होगा जब विकास का लाभ अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचेगा।
श्रीमती महाजन ने संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में ‘विकास के लिए संकल्पित हम’ विषय पर दो दिवसीय ‘राष्ट्रीय प्रतिनिधि सम्मेलन’ के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि जब सांसद और विधायक मिलकर काम करेंगे तभी केंद्र और राज्य की योजनाओं का लाभ जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाना संभव हो सकेगा। उन्होंने विभिन्न याेजनाओं के लिए आवंटित राशियों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने की जरूरत बताते हुए कहा कि इसके लिए गांव वालों का सहयोग भी जरूरी है।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र का सतत विकास लक्ष्य 2030 तक हासिल करना है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे तय समय से पहले आजादी की 75वीें वर्षगांठ पर 2022 तक ही प्राप्त करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है। सतत विकास पर संसद में चार बार चर्चा हाे चुकी है। उन्होंने कहा कि विधानसभाओं में भी इस विषय पर चर्चा होनी चाहिए।
श्रीमती महाजन ने कहा कि सशक्त एवं विकसित राष्ट्र की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संकल्पना से प्रेरणा लेकर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है।