
धर्म-संस्कृति : शाही लवाजमे के साथ धूमधाम से निकली ईसर-गणगौर की सवारी
खारीतट के दोनों शहरों में शाही लवाजमे के साथ ईसर-गणगौर की सवारी निकाली गई। रास्ते में जगह-जगह सवारी का स्वागत किया गया। दोनों शहर मंगलवार शाम से देर रात तक धर्ममयी माहौल में सराबोर रहा। उल्लास, उमंग और परम्परा का संगम दोनों शहरों में दिखा। गणगौर पर्व के मौके पर मंगलवार को कस्बे में गाजे-बाजे व धूमधड़ाके के साथ गणगौर की पारम्परिक सवारी निकली तो नजारा ही देखने लायक था। जिस ओर से सवारी निकली वहां लोगों ने फूलों की बौछार कर सवारी का स्वागत किया। इसे देखने के लिए कस्बेवासियों का हुजूम उमड़ पड़ा।
बिजयनगर। लक्ष्मीनारायण मन्दिर ट्रस्ट की ओर से आयोजित गणगौर उत्सव के तहत मंगलवार शाम 6.45 बजे मन्दिर परिसर से ईसर गणगौर की सवारी भारी भीड़ के साथ आरम्भ हुई। सवारी में आगे ही आगे दो घोड़ों पर सजे-धजे दो युवक हाथ में झण्डा लेकर चल रहे थे। घुड़सवारों को पीछे पारम्परिक राजस्थानी वेशभूषा धारण किए रायला की गेर पार्टी के कलाकार गेर खेलते हुए चल रहे थे। इन्हीं कलाकारों के साथ आई एक महिला सिर पर पानी की भरी हुई मटकी रखकर विभिन्न मुद्राओं में नृत्य की भाव-भंगिमा प्रस्तुत कर रही थीं, जिसे देख लोग दांतों तले अंगुली दबाने को मजबूर हो गए।
गेर पार्टी के पीछे रानी फालना के सांस्कृतिक कलाकार अपनी मनमोहक प्रस्तुतियां देते चल रहे थे। इन कलाकारों में से एक ने भगवान का वेष धारण कर ताण्डव करने लगा। ताण्डव के दौरान जब चोटी में से अग्नि की ज्वाला निकलती थी तो लोगों ने उसे खूब दाद दी। इस कलाकार ने अपनी अद्भूत प्रस्तुतियां देकर दर्शकों की खूब दाद लूटी। इसके पीछे अजमेर के प्रसिद्ध मनोहर बैण्ड के कलाकार मधुर और कर्णप्रिय स्वर लहरियां बिखेरते हुए चल रहे थे। बैण्ड की धुन पर कस्बे के व्यापारी व आम युवक नाचने पर मजबूर हो गए। आखिर में महिलाएं ईसर और गणगौर की प्रतिमाओं को सिर पर धारण करते हुए चल रही थीं।
इन प्रतिमाओं के साथ सोलह शृंगार में सजी-धजी महिलाओं की भीड़ भी चल रही थी। छतों पर चढ़े लोग: गणगौर की सवारी देखने का उत्साह लोगों में इतना था कि जगह-जगह रास्ते भर में महिलाएं और बच्चे सवारी को देखने के लिए छतों पर जा चढ़े। यात्रा देखने के लिए भारी जन सैलाब उमड़ पड़ा।
चार घंटे तक रही धूमधाम
गणगौर की सवारी श्री लक्ष्मीनारायण मन्दिर से शाम 6.45 बजे रवाना होकर बालाजी रोड, कृषि मण्डी चौराहा, पीपली चौराहा, विवेकानन्द चौराहा, कमला फैक्ट्री व बापू बाजार होते हुए पुन: श्री लक्ष्मीनारायण मन्दिर पर रात 11 बजे पहुंची। इस दौरान कस्बे में चारों ओर सवारी की धूम मची रही।
जगह-जगह कराया जलपान
माहेश्वरी समाज नवयुवक मण्डल की ओर से बापू बाजार चौराहे पर सवारी में शामिल लोगों को जलपान कराया गया। इसी प्रकार गणेश मन्दिर गली के सामने लायन्स क्लब बिजयनगर की ओर से, कृषि मण्डी चौराहे पर अग्रवाल समाज की ओर से जलपान कराया गया। इसी तरह पीपली चौराहे पर भाजपा मंडल बिजयनगर व पीपलेश्वर महादेव मन्दिर ट्रस्ट की ओर से सवारी में शामिल लोगों को ठण्डे पेय पदार्थ वितरित किए गए।
पुलिस जाब्ता रहा मौजूद
सवारी के दौरान बिजयनगर पुलिस के जवान सुरक्षा व यातायात की व्यवस्था सम्भालते हुए चल रहे थे। इस दौरान लक्ष्मीनारायण मन्दिर ट्रस्ट के बनवारी कोगटा, शिवप्रसाद झंवर, विनोदकुमार गोयल, प्रकाश गुप्ता, गोविन्द आगीवाल, भागचन्द गट्टानी, राजेन्द्र गर्ग, जुगलकिशोर तायल, मुरारी बिंदल, दिनेश सिंघल, अनिल बोहरा, महावीरप्रसाद शर्मा, शिवप्रकाश नागौरी व मनोहर कोगटा, आशीष सांड, अमित लोढ़ा, कैलाश पारीक, सुरेन्द्र सिंघवी, कृष्णगोपाल नवाल, संजय कुमावत, चिमनलाल कुमावत बृजमोहन पाराशर, विश्वनाथ पाराशर, राकेश बाल्दी, प्रणव व्यास, शिवदयाल त्रिपाठी, सुरेश प्रजापत, विजयलक्ष्मी पाराशर, दुर्गादेवी कोगटा, शांता धूत, सुमन आगीवाल, पुष्पा खंडेलवाल, प्रेमलता शर्मा, रेणू पाराशर, हेमा पाराशर सहित हजारों की संख्या में कस्बेवासी मौजूद रहे।
लोकनर्तकों की प्रस्तुतियों ने रिझाया
गुलाबपुरा ञ्च खारीतट सन्देश. नगर पालिका मण्डल की ओर से नगर पालिका परिसर से गणगौर की शाही सवारी भारी लवाजमे के साथ निकाली गई। ईसर-गणगौर की सवारी में हाथी-घोड़ों व लोकनर्तकों, झांकियों, गेर नृत्यों, कालबेलिया नृत्य, पंजाबी बैंड की आकर्षक प्रस्तुतियों के साथ सवारी शहर के विभिन्न मार्गों सदर बाजार, गोशाला रोड, भीलवाड़ा रोड से होते हुए निकाली गई। इस अवसर पर पालिकाध्यक्ष धनराज गुर्जर, पार्षद सांवरनाथ योगी, राजेन्द्र रेगर, बलवीर मेवाड़ा, गौतम आंचलिया, अनुराग कांकरिया, दीनदयाल गुर्जर सहित हजारों की संख्या में कस्बेवासी मौजूद रहे। मार्ग में सवारी का जगह-जगह स्वागत किया गया।