नई दिल्ली। होलिका पूजन करने हेतु होलिका दहन वाले स्थान को गंगा जल से शुद्ध किया जाता है। फिर मोहल्ले के चौराहे पर होलिका पूजन के लिए डंडा स्थापित किया जाता है। उसमें उपले, लकड़ी एवं घास डालकर ढेर लगाया जाता है। होलिका दहन के लिए पेड़ों से टूट कर गिरी हुई लकड़ियां उपयोग में […]
Read Moreनई दिल्ली। एक समय था जब भारतीय संस्कृति में 365 त्योहार हुआ करते थे। दूसरे शब्दों में हर दिन उत्सव मनाने के लिए उन्हें बस एक बहाने की जरूरत होती थी। जीवन के अलग-अलग उद्देश्यों को लेकर ये 365 त्योहार मनाए जाते थे। लेकिन महाशिवरात्रि का अपना अलग ही महत्व है। कृष्ण पक्ष में हरेक चंद्र […]
Read Moreनई दिल्ली। देवी सरस्वती के जन्मोत्सव यानी वसंत पंचमी के दिन उनकी विशेष पूजा-अर्चना करने का विधान हिंदू धर्मग्रंथों में बताया गया है। वसंत पंचमी देवी सरस्वती के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है। ज्ञान की देवी सरस्वती को वेदों की माता के नाम से भी जाना जाता है। देवी सरस्वती के 3 ऐसे भक्त […]
Read Moreनई दिल्ली। सूर्य का मकर राशि में प्रवेश मकर संक्रान्ति रुप में जाना जाता है। 15 जनवरी 2020 के दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे। उत्तर भारत में यह पर्व ‘मकर सक्रान्ति के नाम से और गुजरात में ‘उत्तरायण’ नाम से जाना जाता है। मकर संक्रान्ति को पंजाब में लोहडी पर्व, उतराखंड में उतरायणी, […]
Read Moreध्यान क्या है? वर्तमान में जीना ही ध्यान है। एकाग्रता ध्यान नहीं है। ध्यान का मूल अर्थ है जागरूकता, अवेयरनेस, होश, साक्षी भाव और दृष्टा भाव। ध्यान का अर्थ एकाग्रता नहीं होता। एकाग्रता टॉर्च की स्पॉट लाइट की तरह होती है जो किसी एक जगह को ही फोकस करती है, लेकिन ध्यान उस बल्ब की […]
Read Moreनई दिल्ली। संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बलबीरा…हनुमान चालीसा की ये चौपाई बताती है कि जो भक्त हनुमान जी का सुमिरन करता है। उसके जीवन में आने वाले सारे कष्ट और संकट मिट जाते हैं। उसके जीवन का कल्याण हो जाता है। हनुमान जी का आशीर्वाद पाने के लिए भक्तों को मंगलवार […]
Read Moreनई दिल्ली। केदारनाथ में 16 जून 2013 को एक भीषण बाढ़ आई थी। जून में भारी बारिश के दौरान वहां बादल फटे थे और कहते हैं कि केदारनाथ मंदिर से 5 किलोमीटर ऊपर चौराबाड़ी ग्लेशियर के पास एक झील बन गई थी जिसके टूटने से उसका सारा पानी तेजी से नीचे आ गया था। यह […]
Read Moreनई दिल्ली। शास्त्रों के अनुसार प्रकृति और उससे जुड़ी वस्तुओं की पूजा का मानव जीवन में विशेष महत्व है। स्वयं देवी-देवताओं ने प्रकृति को सर्वोच्च स्थान देकर उसका आभार जताने और उसकी पूजा का महत्व बताया है। कुदरत से जुड़ी कुछ शुभ वस्तुओं को देवी देवता स्वयं धारण करते हैं और इन वस्तुओं का सामिप्य […]
Read Moreधन्वन्तरी जयन्ती पर विशेष कुछ व्यक्ति धनतेरस के रूप में बर्तन खरीद कर इसे मनाते हैं। कहते हैं कि इस दिन धातु की चीज, स्वर्ण, चांदी, बर्तन आदि खरीदना शुभ माना जाता है। इस दिन सांयकाल सूर्यास्त के समय घर के मुख्य द्वार पर यम दीपदान करने का भी रिवाज प्रचलित है। बिजयनगर। समुद्र मंथन […]
Read Moreधनतेरस दि. 25 अक्टूबर 2019 बहीखाता निर्माण मुहुर्त कार्तिक कृष्णा द्वादशी शुक्रवार उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र प्रात: प्रात: 10:59 से दोपहर 12:30 अभिजीत मुहुर्त। कार्तिक कृष्णा द्वादशी शुक्रवार प्रदोष बेला सांय 5:58 से 7:15 यम दीपदान मुहुर्त। दीपावली पूजन दि. 27 अक्टूबर 2019 महालक्ष्मी पूजन मुर्हुत- गणेश मांडना, गादी स्थापना, स्याही भरना, दवात कलम संवारना आदि प्रात: […]
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